कोलंबो: चोट और फिर बुखार से दमदार वापसी करते हुए केएल राहुल श्रीलंका के खिलाफ अर्धशतक लगाया. अर्धशतक के बाद सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने कहा कि वह खुद को मिले मौकों को अहमियत को समझते हैं. श्रीलंका के खिलाफ सिंहली स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में के पहले दिन राहुल ने 82 गेंदों में 57 रनों की पारी खेली.  



यह उनके टेस्ट करियर का लगातार छठा अर्धशतक था. वह ऐसा करने वाले भारत के तीसरे बल्लेबाज बन गए हैं. उनसे पहले गुंडप्पा विश्वनाथ और राहुल द्रविड़ ने ऐसा किया था.



राहुल ने दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, "मैं कई बार चोटिल हो चुका हूं, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और निराशाजनक है, लेकिन जब भी वापसी की है मजबूती से की है. मैंने मिले मौकों की अहमियत समझना सीखा है."



राहुल ने कहा, "इससे मुझे आत्मविश्वास मिला है. सिर्फ अभी नहीं सर्जरी के बाद भी सपोर्ट स्टाफ, कोच, खिलाड़ी मुझे लगातार मैसेज कर रहे थे और कह रहे थे कि तुम जल्दी ठीक हो जाओ, टीम तुम्हें याद कर रही है. जब आप चोटिल होते हैं तो इस तरह की छोटी चीजें काफी अंतर पैदा करती हैं."



राहुल अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन दुर्भाग्यवश रन आउट हो गए. उन्होंने कहा कि वह अपनी गलतियों से सीख रहे हैं.



राहुल ने कहा, "मैं अपनी गलतियों से सीख रहा हूं. हर समय मैं छोटी गलती कर देता हूं. बल्लेबाज की पारी ही ऐसी होती है. आप 60 गेंद अच्छे से खेलते हैं और फिर एक गेंद आपको आउट कर देती है. हम आज ही ड्रेसिंग रूम में इस बात पर चर्चा कर रहे थे."