T20 World Cup 2024: आईपीएल 2024 के समय जब BCCI ने टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय स्क्वाड की घोषणा की तो टीम पर सवाल उठने लगे थे. आईपीएल में कई भारतीय खिलाड़ियों की फॉर्म चिंता का विषय बनी हुई थी. रोहित शर्मा से लेकर हार्दिक पांड्या और शिवम दुबे, टीम में चयन के बाद और भी खराब प्रदर्शन करने लगे थे. मगर केवल आईपीएल के आधार पर यह आंकलन करना सही नहीं है कि टी20 वर्ल्ड कप में भारत अच्छा प्रदर्शन करेगी या नहीं. वेस्टइंडीज और यूएसए का वातावरण अलग है, वहां की पिच अलग है. इसलिए आइए जानते हैं किन तीन कारणों से भारत 2024 में टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठा सकता है. याद दिला दें कि भारत आखिरी बार 2007 में विजेता बना था और वो बातें अब 17 साल पुरानी हो चुकी हैं.


भारत के पास हैं क्वालिटी स्पिनर्स


हाल ही में न्यूयॉर्क में स्थित नसाऊ क्रिकेट स्टेडियम की पिच पर भारतीय टीम अभ्यास करती दिखी. हालांकि पिच सपाट दिख रही है, जिससे गेंद आसानी से बल्ले पर आने का अनुमान है. मगर ये पिच विशेष रूप से स्पिन गेंदबाजों के लिए भी मददगार रह सकती है. ऐसी स्थिति आई तो भारत के पास युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल जैसे विश्व स्तरीय स्पिन गेंदबाज हैं. चहल और कुलदीप की जोड़ी आईपीएल में क्रमशः 18 और 16 विकेट लेकर आ रही है. एक तरफ चहल अपने अंतर्राष्ट्रीय टी20 करियर में 96 विकेट झटक चुके हैं, दूसरी ओर कुलदीप भी केवल 35 मैचों में 59 विकेट चटका चुके हैं. उनके अलावा जडेजा का वेरिएशन टॉप बल्लेबाजों को भी चकमा देता आया है. जडेजा अपने टी20 करियर में 53 विकेट ले चुके हैं.


दमदार बैटिंग ऑर्डर


क्रिकेट जगत में यह मान्यता बहुत पुराने समय से चली आ रही है कि भारत को गेंदबाजी के लिए कम और विश्व स्तरीय बल्लेबाजी के लिए अधिक जाना जाता है. टी20 वर्ल्ड कप 2024 में टीम इंडिया के पास रोहित शर्मा जैसा विस्फोटक सलामी बल्लेबाज है, जो अब तक हर एक टी20 विश्व कप में खेले हैं. दूसरी ओर यशस्वी जायसवाल भारत के लिए केवल 17 टी20 मुकाबलों एक शतक और 4 फिफ्टी लगाकर 500 रन का आंकड़ा पार कर चुके हैं. विराट कोहली का बल्ला खूब गरज रहा है और भारतीय टीम के पास दुनिया का नंबर-1 टी20 बल्लेबाज, सूर्यकुमार यादव भी है. वहीं लोवर मिडिल ऑर्डर में ऋषभ पंत की आक्रामक बैटिंग और हार्दिक पांड्या का अनुभव भी होगा.


निडर और निर्भीक रवैया


2023 वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप को बीते अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ है. उस टूर्नामेंट में रोहित शर्मा ने निडर होकर बल्लेबाजी की और हर बार भारत को तेजतर्रार शुरुआत दिलाने की कोशिश की थी. इसी कारण 50-ओवर वर्ल्ड कप में भी उनका स्ट्राइक रेट 125 से अधिक रहा था. उनके अलावा जायसवाल, सूर्यकुमार यादव और ऋषभ पंत भी निर्भीक रवैया अपनाकर लंबे-लंबे छक्के लगाने में माहिर हैं. वहीं एक स्पिन गेंदबाज जब फ्लाइटेड गेंद फेंकता है तो उस पर छक्का लगने की अधिक संभावना रहती है, लेकिन इसी ही गेंद पर लालच में आकर बल्लेबाज अपना विकेट भी खो बैठता है. ऐसा करने में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव, दोनों ही माहिर हैं. वहीं जसप्रीत बुमराह भारतीय गेंदबाजी अटैक को लीड कर रहे होंगे, जिनकी गेंदों के आगे अच्छे-अच्छे बल्लेबाज भी चकमा खा जाते हैं.


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