(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
इस बार वेस्टइंडीज जीत सकती है टी20 विश्व कप का खिताब, इन 3 कारणों के चलते बन सकती है चैंपियन
T20 World Cup 2024: वेस्टइंडीज अब तक 2 बार टी20 क्रिकेट में विश्व विजेता होने का तमगा हासिल कर चुकी है. क्या इस बार रोवमैन अपनी कप्तानी में वेस्टइंडीज को तीसरी ट्रॉफी दिला पाएंगे.
T20 World Cup 2024: 20 देशों की टीम वर्ल्ड कप ट्रॉफी के लिए भिड़ने को कमर कस चुकी हैं. प्रतिस्पर्धा का स्तर पहले से कहीं अधिक होगा और कुछ नई टीमों के आने से क्रिकेट का खेल भी नई ऊंचाइयों को छूने को तैयार होगा. खैर तथ्यों पर बात करें तो वेस्टइंडीज और इंग्लैंड ही ऐसी 2 टीम हैं जिन्होंने दो बार टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता है. वेस्टइंडीज टीम की कमान इस बात रोवमैन पावेल के हाथों में होगी. ऐसे में जानिए क्यों 2024 में वेस्टइंडीज तीसरी पार विश्व विजेता बनने की दावेदार नजर आ रही है.
ऑल-राउंडर्स की है भरमार
टी20 एक ऐसा फॉर्मेट है, जिसमें ऑल-राउंडर खिलाड़ियों का महत्व काफी अधिक होता है. क्योंकि एक ऑल-राउंडर प्लेयर ना केवल टीम को बल्लेबाजी में गहराई प्रदान करता है बल्कि गेंदबाजी में भी ज्यादा विकल्प प्रदान करता है. वेस्टइंडीज के पास ऐसे एक या 2 नहीं बल्कि 7 खिलाड़ी मौजूद हैं जो गेंद और बल्ला, दोनों से विपक्षी टीम के छक्के छुड़ा सकते हैं. कप्तान रोवमैन पावेल से लेकर आंद्रे रसेल, रॉस्टन चेज़ और रोमारियो शेफर्ड जैसे विस्फोटक ऑल-राउंडर खिलाड़ी किसी भी परिस्थिति में लंबे-लंबे छक्के लगाने में सक्षम हैं.
इन-फॉर्म बल्लेबाजी
वेस्टइंडीज के कई बल्लेबाज बहुत जबरदस्त लय में हैं. निकोलस पूरन की बात करें तो उन्होंने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वॉर्मअप मैच में 25 गेंद में 75 रन ठोक डाले. इस पारी में 8 छक्के भी शामिल रहे. वो इससे पहले आईपीएल में भी 499 रन बनाकर वेस्टइंडीज स्क्वाड का हिस्सा बने हैं. शिमरोन हेटमेयर मिडिल ऑर्डर बैटिंग को मजबूत बना रहे होंगे. कप्तान रोवमैन पावेल नंबर-6 पर आकर लंबे समय से टीम के लिए फिनिशर का रोल अदा कर रहे हैं. पावेल टी20 क्रिकेट में चौके से ज्यादा छक्कों में बात करना ज्यादा पसंद करते हैं.
होम एडवांटेज
टी20 वर्ल्ड कप के इतिहास में आज तक कोई मेजबान देश चैंपियन नहीं बन सका है. मगर वेस्टइंडीज ऐसी टीम है जो दुनिया के किसी भी मैदान पर जाकर विपक्षी गेंदबाजी पर कहर ढा सकती है. एक तरफ रोवमैन पावेल एंड कंपनी के पास घरेलू मैदान पर खेलने का एडवांटेज होगा और उन्हें फैंस का भी भरपूर सपोर्ट मिल रहा होगा. यह भी गौर करने वाली बात है कि ग्रुप स्टेज में वेस्टइंडीज का एक भी मैच अमेरिका में नहीं होगा, जिससे उन्हें ट्रॉफी उठाने में आसानी हो सकती है.
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