पांच मैचों की वनडे सीरीज़ के तीसरे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 314 रनों की चुनौती रखी है. धोनी के घर रांची के जेएससीए अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने उस्मान ख्वाजा और कप्तान एरॉन फिंच की शानदार पारियों की मदद से ये बड़ा स्कोर बनाया.


हालांकि ऑस्ट्रेलियाई टीम एक समय पर ऐसी स्थिति में थी कि वो भारत के खिलाफ 350 का स्कोर भी खड़ा कर सकती थी. लेकिन मैच के आखिरी 10 ओवरों में भारतीय गेंदबाज़ों ने बाज़ी पलटा और मेहमान टीम को 313 रनों पर रोकने में कामयाब रहे.


भारत ने टॉस जीतकर आस्ट्रेलिया को बल्लेबाजी के लिए बुलाया. मेहमान टीम के बल्लेबाजों ने निर्धारित 50 ओवरों में पांच विकेट खोकर 313 रन बनाए.


आस्ट्रेलिया के उस्मान ख्वाजा ने 113 गेंदों पर 11 चौके और एक छक्के की मदद से 104 रनों की पारी खेली. वहीं कप्तान एरॉन फिंच ने 99 गेंदों पर 93 रन बनाए जिसमें 10 चौके और तीन छक्के शामिल हैं. इन दोनों ने पहले विकेट के लिए 193 रनों की साझेदारी की जो इस मैदान पर किसी भी विकेट के लिए अभी तक की सबसे बड़ी साझेदारी है.


पहला विकेट गिरने के बाद भी कंगारू टीम को कोई फर्क नहीं पड़ा. क्रीज़ पर आए ग्लेन मैक्सवेल ने पारी को ख्वाजा के साथ संभाला और टीम को आगे लेकर गए. उन्होंने ख्वाजा के साथ मिलकर टीम को 200 रनों के पार पहुंचाया. लेकिन इसके बाद शतक पूरा करते ही ख्वाजा मोहम्मद शमी की गेंद पर कैच थमा बैठे.


अब भी 38.3 ओवर में 239 के स्कोर पर 2 विकेट गंवाकर ऑस्ट्रेलियाई टीम बड़ा टार्गेट सेट करने का सोच रही थी. लेकिन जैसे ही टीम ने 250 का आंकड़ा पार किया और 42वें ओवर की आखिरी गेंद पर धोनी की चपलता से मैक्सवेल रन-आउट हुए तो उसके बाद तो मानो ऑस्ट्रेलियाई टीम ने लय खो दी.


उन्होंने 11 गेंदों के भीतर ही तीन विकेट गंवा दिए. देखते ही देखते टीम का स्कोर 263/5 हो गया. लेकिन इसके बाद मार्कस स्टोइनिस ने एलेक्स कैरी के साथ मिलकर टीम को संभाला और 50 ओवरों तक कोई और विकेट नहीं गिरने दिया.


इन दोनों बल्लेबाज़ों ने टीम को 50 ओवर की समाप्ती पर 313 रन का स्करो दिया. स्टोइनिस ने नाबाद 31 जबकि कैरी ने 21 रन बनाए.


भारत के लिए कुलदीप यादव ने तीन विकेट जबकि मोहम्मद शमी को एक सफलता मिली. एक खिलाड़ी को जडेजा-धोनी की जोड़ी ने रन-आउट किया.