3rd ODI India vs New Zealand: मोहम्मद शमी समेत बल्लेबाज़ों के कमाल से 10 साल बाद न्यूज़ीलैंड में सीरीज़ जीता भारत
तीसरे वनडे मुकाबले को 7 विकेट से जीतकर भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के बाद अब न्यूज़ीलैंड को भी उसके घर में मात दे दी है.
मोहम्मद शमी समेत गेंदबाज़ों की शानदार गेंदबाज़ी के बाद रोहित शर्मा, विराट कोहली समेत बल्लेबाज़ों के कमाल भारत ने न्यूज़ीलैंड को तीसरे वनडे में हराकर सीरीज़ को अपने नाम कर लिया है. बे ओवल में खेले गए तीसरे वनडे मुकाबले को 7 विकेट से जीतकर भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के बाद अब न्यूज़ीलैंड को भी उसके घर में मात दे दी है. भारत की न्यूज़ीलैंड में ये 10 साल बाद पहली सीरीज़ जीत है.
न्यूज़ीलैंड की टीम ने आज पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 243 रन बनाए. जिसके जवाब में टीम इंडिया ने इस लक्ष्य को 43 ओवर में 7 विकेट बाती रहते हासिल कर लिया.
आज एक बार फिर से शिखर धवन और रोहित शर्मा की ओपनिंग जोड़ी ने भारतीय टीम को शानदार शुरुआत दी.दोनों बल्लेबाज़ों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 8.2 ओवरों में 39 रन जोड़े. लेकिन इसके बाद एक बार फिर से शिखर अपनी पुरानी परेशानी का शिकार हुए और अच्छी शुरुआत के बावजूद उन्होंने एक खराब शॉट खेला और अपना विकेट गंवा दिया. 28 रन बनाकर बोल्ट की गेंद पर स्लिप में टेलर को कैच थमा बैठे.
लेकिन इस विकेट से टीम इंडिया को खासी दिक्कत नहीं हुई. जी हां, पहला विकेट गिरने के बाद कप्तान विराट कोहली इस सीरीज़ का अपना आखिरी मैच खेलने मैदान पर उतरे. उन्होंने रोहित शर्मा के साथ ऐसी साझेदारी निभाई कि फिर न्यूज़ीलैंड के लिए मैच और सीरीज़ में कुछ नहीं बचा. दोनों बल्लेबाज़ों ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 113 रन जोड़ दिए. इस दौरान कप्तान कोहली और रोहित दोनों ने अपने-अपने अर्धशतक भी पूरे किए.
लेकिन टीम के 150 का स्कोर पार करते ही रोहित शर्मा स्पिनर सैंटनर की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में स्टम्प आउट हो गए. रोहित ने आउट होने से पहले 77 गेंदों में 3 चौके और 2 छक्कों की मदद से 62 रन बनाए.
29वें ओवर में रोहित के विकेट के बाद कप्तान विराट भी ज्यादा देर नहीं टिक पाए. वो भी 32वें ओवर की पहली गेंद पर निकल्स को विकेटों के पीछे कैच थमा बैठे. विराट ने अपनी पारी में 74 गेंदों में 6 चौके और एक छक्के के साथ 60 रन बनाए.
इन दोनों सेट बल्लेबाज़ों के आउट होने से भारत एक बार फिर से मुसीबत में था. लेकिन अंबाती रायडू और दिनेश कार्तिक के इरादे कुछ और ही थे. उन्होंने मेज़बान टीम के सभी मंसूबों पर पानी फेराऔ और पहले टीम को 200 रनों के पार पहुंचाया और इसके बाद आसानी से टीम के 43वें ओवर में ही 245 रनों तक पहुंचाकर टीम को जीत दिला दी.
रायडू ने 42 गेंदों में 5 चौके और छक्के के साथ नाबाद 40 रन बनाए. वहीं कार्तिक ने भी अपनी 38 गेंदों की पारी में पांच चौके और एक छक्का लगाया और 38 रन बनाए.
इससे पहले इस अहम मुकाबले में केन विलियमसन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी चुनी थी लेकिन एक बार फिर उनकी ओपनिंग जोड़ी फेल साबित हुई. पारी की शुरुआत में ही 10 रन के स्कोर पर शमी ने मुनरो(7 रन) को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई. इसके बाद 26 के स्कोर तक गुप्टिल(13 रन) भी वापस चलते बने. गुप्टिल को भुवनेश्वर ने कार्तिक के हाथों लपकवाया.
26 के स्कोर पर दोनों ओपनर्स के आउट होने के बाद टीम का सारा दारोमदार रॉस टेलर और कप्तान केनि विलियमसन के कंधों पर था. लेकिन अच्छी शुरुआत के बाद विलियमसन(28 रन) दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से कैच आउट हो गए.
न्यूज़ीलैंड का ये सबसे बड़ा विकेट झटका यजुवेन्द्र चहल ने. चहल ने कीवी टीम के कप्तान केन विलियमसन को चलता कर दिया. लेकिन इस विकेट का पूरा श्रेय गया टीम इंडिया में एक बार फिर से एंट्री करने वाले हार्दिक पांड्या को. जी हां, पांड्या ने पारी के 17वें ओवर में मिड विकेट एरिया में हवा में उड़ते हुए एक हाथ से विलियमसन का ऐसा कैच पकड़ा कि मानो फिर पूरा मैदान पांड्या की तारीफ में उछल पड़ा.
59 के स्कोर पर विलियमसन के विकेट के बाद भारतीय गेंदबाज़ों को लगने लगा कि अब एक बार फिर से न्यूज़ीलैंड पर दबाव बनाया जा सकता है लेकिन यहां पर रॉस टेलर ने टॉम लेथम के साथ मिलकर 118 रनों की ऐसी साझेदारी की कि फिर से टीम की मैच में वापसी करवा दी. दोनों बल्लेबाज़ों ने इस दौरान अपना अपना अर्धशतक पूरा किया.
लेकिन 51 के स्कोर पर पहुंचते ही लैथम संयम खो बैठे और चहल की गेंद पर रायुडू को कैच थमा बैठे. लैथम ने अपनी पारी में एक चौका और एक छक्का लगाया. इसके बाद निकल्स और सैंटनर भी जल्दी-जल्दी पांड्या का शिकार बन गए.
पांड्या ने वापसी करते हुए कमाल की गेंदबाज़ी की और अपने 10 ओवरों के स्पेल में 45 रन देकर 2 विकेट भी अपने नाम किए.
हालांकि अब भी एक छोर पर रॉस लेटर खड़े थे और लग रहा था कि अब भी न्यूज़ीलैंड की टीम 270 तक पहुंच सकती है. लेकिन शमी ने वापस अटैक पर आते ही रॉस टेलर को नाइंटीज़ में अपना शिकार बना लिया. टेलर एक बार फिर से अपना शतक पूरा करने से चूक गए. उन्होंने अपनी 106 गेंदों की पारी में 9 चौकों के साथ 93 रन बनाए.
अंत में भुवी और शमी ने एक एक-एक विकेट और चटकाकर न्यूज़ीलैंड की पूरी पारी 49 ओवरों में 243 के स्कोर पर ही समेट दी.
भारत के लिए शमी ने अपने 9 ओवरों के स्पेल में लाजवाब गेंदबाज़ी करते हुए 41 रन दिए और 3 विकेट भी अपने नाम किए. वहीं भुवनेश्वर ने 10 ओवरों में 46 रन देकर 2 विकेट चटकाए. चहलने भी अपने 9 ओवरों में 51 रन दिए और 2 विकेट अपने नाम किए