पांच मैचों की वनडे सीरीज़ के तीसरे वनडे मुकाबले में मोहम्मद शमी समेत हार्दिक पांड्या और चहल की शानदार गेंदबाज़ी से भारत ने न्यूज़ीलैंड को 243 रनों पर ऑल-आउट कर दिया है. सीरीज़ में 2-0 की बढ़त बनाकर आगे चल रही टीम इंडिया के पास आज सीरीज़ जीत का सुनहरा मौका है और उसे जीत के लिए सिर्फ 244 रनों की दरकार है.


बे ओवल में खेले जा रहे इस अहम मुकाबले में केन विलियमसन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी चुनी लेकिन एक बार फिर उसकी ओपनिंग जोड़ी फेल साबित हुई. पारी की शुरुआत में ही 10 रन के स्कोर पर शमी ने मुनरो(7 रन) को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई. इसके बाद 26 के स्कोर तक गुप्टिल(13 रन) भी वापस चलते बने. गुप्टिल को भुवनेश्वर ने कार्तिक के हाथों लपकवाया.


26 के स्कोर पर दोनों ओपनर्स के आउट होने के बाद टीम का सारा दारोमदार रॉस टेलर और कप्तान केनि विलियमसन के कंधों पर था. लेकिन अच्छी शुरुआत के बाद विलियमसन(28 रन) दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से कैच आउट हो गए.


न्यूज़ीलैंड का ये सबसे बड़ा विकेट झटका यजुवेन्द्र चहल ने. चहल ने कीवी टीम के कप्तान केन विलियमसन को चलता कर दिया. लेकिन इस विकेट का पूरा श्रेय गया टीम इंडिया में एक बार फिर से एंट्री करने वाले हार्दिक पांड्या को. जी हां, पांड्या ने पारी के 17वें ओवर में मिड विकेट एरिया में हवा में उड़ते हुए एक हाथ से विलियमसन का ऐसा कैच पकड़ा कि मानो फिर पूरा मैदान पांड्या की तारीफ में उछल पड़ा.


59 के स्कोर पर विलियमसन के विकेट के बाद भारतीय गेंदबाज़ों को लगने लगा कि अब एक बार फिर से न्यूज़ीलैंड पर दबाव बनाया जा सकता है लेकिन यहां पर रॉस टेलर ने टॉम लेथम के साथ मिलकर 118 रनों की ऐसी साझेदारी की कि फिर से टीम की मैच में वापसी करवा दी. दोनों बल्लेबाज़ों ने इस दौरान अपना अपना अर्धशतक पूरा किया.


लेकिन 51 के स्कोर पर पहुंचते ही लैथम संयम खो बैठे और चहल की गेंद पर रायुडू को कैच थमा बैठे. लैथम ने अपनी पारी में एक चौका और एक छक्का लगाया. इसके बाद निकल्स और सैंटनर भी जल्दी-जल्दी पांड्या का शिकार बन गए.


पांड्या ने वापसी करते हुए कमाल की गेंदबाज़ी की और अपने 10 ओवरों के स्पेल में 45 रन देकर 2 विकेट भी अपने नाम किए.


हालांकि अब भी एक छोर पर रॉस लेटर खड़े थे और लग रहा था कि अब भी न्यूज़ीलैंड की टीम 270 तक पहुंच सकती है. लेकिन शमी ने वापस अटैक पर आते ही रॉस टेलर को नाइंटीज़ में अपना शिकार बना लिया. टेलर एक बार फिर से अपना शतक पूरा करने से चूक गए. उन्होंने अपनी 106 गेंदों की पारी में 9 चौकों के साथ 93 रन बनाए.


अंत में भुवी और शमी ने एक एक-एक विकेट और चटकाकर न्यूज़ीलैंड की पूरी पारी 49 ओवरों में 243 के स्कोर पर ही समेट दी.


भारत के लिए शमी ने अपने 9 ओवरों के स्पेल में लाजवाब गेंदबाज़ी करते हुए 41 रन दिए और 3 विकेट भी अपने नाम किए. वहीं भुवनेश्वर ने 10 ओवरों में 46 रन देकर 2 विकेट चटकाए. चहलने भी अपने 9 ओवरों में 51 रन दिए और 2 विकेट अपने नाम किए