इंदौर: इंदौर टेस्ट में न्यूज़लैंड के खिलाफ भातीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली ने दोहरा शतक जड़कर वो कमाल कर दिखाया है जिसकी मिसाल भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कहीं नहीं मिलती.



 



विराट कोहली भारतीय टेस्ट टीम के पहले कप्तान हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो दोहरे शतक जड़े हैं. इस बड़े कीर्तिमान का अंदाज़ा इससे ही लगाया जा सकता है कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 1932 से 2015 तक यानि 84 सालों में सिर्फ चार भारतीय टेस्ट कप्तान ही दोहरे शतक जड़ पाए और वो भी सिर्फ एक बार. जबकि विराट कोहली 2016 यानि एक साल में ही दो दोहरे शतक जड़े हैं.



 



कोहली से पहले जिन 4 भारतीय कप्तानों टेस्ट में दोहरे शतक जड़े, सभों ने भारतीय मैदान पर ही ये कारनामा किया, लेकिन कोहली का कमाल ये है कि उन्होंने अपना पहले दोहरा शतक विदेशी धरती पर जड़ा, जबकि दूसरा दोहरा शतक भारतीय मैदान पर जड़ा. और सबसे बड़ी बात ये है कि सिर्फ ढाई महीने के अंतराल में दो दोहरे शतक जड़ने का कमाल किया. 



 



भारत ने 1932 में पहला टेस्ट लॉर्ड्स में खेला था और अब तक 247 टेस्ट विदेशी धरती पर हुए, लेकिन कोहली को छोड़कर भारत का कोई भी टेस्ट कप्तान विदेशी ज़मीन पर दोहरा शतक नहीं जड़ पाया.



 



कोहली से पहले मंसूर अली खान पटौदी, सुनील गवास्कर, सचिन तेंडुलकर और महेंद्र सिंह धोनी ही ऐसे भारतीय खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दोहरे शतक अपने नाम करने में कामयाब रहे.



 



 



मंसूर अली खान पटौदी पहले कप्तान थे जिन्होंने 1964 में दिल्ली में टेस्ट क्रिकेट में दोरहरा शतक जड़ा था. उन्होंने 203 जड़े थे और नाबाद रहे. 



 



साल 1978 में सुनील गवास्कर ने वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ मुंबई में 205 रनों की पारी खेली थी. साल 1999 में सचिन तेंडुलकर ने अहमदाबाद में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 217 रनों की बड़ी पारी खेली थी. साल 2013 में धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में 224 रनों की सबसे बड़ी पारी खेली थी. 



 



कोहली ने अपना पहला दोहरा शतक 22 जुलाई 2016 को वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ एंटिगा में जड़ा था. और अब इंदौर के मैदान पर कोहली ने 211 रनों की शानदार पारी खेली है.