4th Test India vs Australia: पुजारा, पंत और जडेजा की शानदार पारियों से भारत ने पहली पारी में बनाए विशाल 622 रन
India vs Australia: चेतेश्वर पुजारा (193) की शानदार पारी और उसके बाद आज ऋषभ पंत (नाबाद 159) और रविन्द्र जडेजा(81) के बीच हुई सातवें विकेट के लिए 204 रनों की साझेदारी की मदद से भारत ने अपनी पहली पारी विशाल 622 रन बनाकर घोषित कर दी है.
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे चार मैचों की टेस्ट सीरीज़ के आखिरी मुकाबले में भारतीय बल्लेबाज़ों ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को चारों खाने चित कर दिया है. पहले चेतेश्वर पुजारा (193) की शानदार पारी और उसके बाद आज ऋषभ पंत (नाबाद 159) और रविन्द्र जडेजा(81) के बीच हुई सातवें विकेट के लिए 204 रनों की साझेदारी की मदद से भारत ने अपनी पहली पारी विशाल 622 रन बनाकर घोषित कर दी है.
टीम इंडिया ने चौथे और आखिरी टेस्ट के दूसरे दिन पुजारा, पंत और जडेजा की मदद से ये विशाल स्कोर खड़ा किया.
टीम इंडिया ने आज 303/4 रनों से आगे खेलना शुरु किया. कल 75 रनों की साझेदारी निभाने वाली चेतेश्वर पुजारा और हनुमा विहारी की जोड़ी खेलने उतरी. लेकिन हनुमा विहारी जल्द ही 329 का स्कोर आते-आते एक संदेहजनक फैसला का शिकार हो गए.
हनुमा विहारी ने 42 रनों की पारी खेली और वो लायन का शिकार बने. विहारी, लॉयन की गेंद पर स्विप मारने गए. तभी गेंद उनके हाथ से लग कर शॉर्ट लेग पर खड़े मार्नस लाबुस्छांग्ने के पास गई जिसे पकड़ने में उन्होंने कोई गलती नहीं की.
विहारी के जाने से चार गेंद पहले ही पुजारा ने चौका मार अपने 150 रन पूरे किए थे. वह एससीजी में 150 या उससे ज्यादा रन बनाने वाले भारत के पांचवें बल्लेबाज बन गए हैं.
विहारी के आउट होने के बाद पुजारा का साथ निभाने आए विकेटकीपर बल्लेबाज़ रिषभ पंत और फिर मैच का रुख ही पलट गया. पंत ने पुजारा के साथ मिलकर 89 रनों की अहम साझेदारी निभाई और टीम को 400 रनों के पार पहुंचाया. इस दौरान पुजारा अपने दोहरे शतक के करीब भी पहुंचे.
लेकिन बेहतरीन फॉर्म में रहने के बावजूद वो विदेशी जमीन पर अपने पहले दोहरे शतक से चूक गए. दिन के पहले सत्र में शानदार बल्लेबाजी करने वाले पुजारा दूसरे सत्र में ऑफ स्पिन नाथन लॉयन की गेंद पर उनको ही कैच दे बैठे.
पुजारा का स्कोर 418 के कुल स्कोर पर गिरा. अपनी पारी में पुजारा ने 373 गेंदों का सामना किया जिसमें 22 चौके शामिल रहे. इससे पहले पुजारा को 192 के निजी स्कोर पर लॉयन की गेंद पर ही जीवन दान मिला था. यहां उस्मान ख्वाजा ने स्लिप पर उनका कैच छोड़ा था.
पुजारा के आउट होने के बाद जडेजा ने पंत का साथ निभाया और रिषभ पंत ने इस दौरान अपने टेस्ट करियर का दूसरा शतक भी पूरा कर लिया. इसके साथ ही वो ऑस्ट्रेलिया में शतक लगाने वाले पहले विकेटकीपर भी बन गए हैं. वहीं इस सीरीज़ में वो 300 से अधिक रन बनाते हुए पुजारा के बाद सबसे अधिक रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज़ भी बन गए हैं. उन्होंने अपनी इस पारी के साथ कप्तान विराट कोहली को पीछे छोड़ा.
वहीं रविन्द्र जडेजा ने भी अपने टेस्ट करियर का 10वां अर्धशतक पूरा किया और इतना ही नहीं. पंत का शतक पूरा होने के बाद तो इन दोनों बल्लेबाज़ों ने ऐसी आतिशी बल्लेबाज़ी की कि 130वें ओवर में 418 के स्कोर पर छठा विकेट गिरने के बाद 165वें ओवर तक टीम को 600 रनों के पार ले गए.
इन दोनों बल्लेबाज़ों ने कुल 37.2 ओवरों में बेहद तेज़ रफ्तार में 204 रन जोड़ दिए. दोनों बल्लेबाज़ों के बीच हई 200 रनों की साझेदारी से भारत इस स्कोर तक पहुंचा. अंत में 622 के स्कोर पर लायन की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में जडेजा बोल्ड हो गए और कप्तान कोहली ने पारी घोषित कर दी.
आस्ट्रेलिया की ओर से लॉयन ने अपने नाम चार विकेट किए. जबकि हेजलवुड को दो सफलताएं तो स्टार्क को एक विकेट मिला है.
पुजारा और पंत के अलावा भारत को इस स्कोर तक पहुंचाने में सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल का भी अहम योगदान रहा. उन्होंने 77 रनों की पारी खेली. वह हालांकि शतक नहीं बना पाए और पहले ही दिन आउट हो गए थे.