T20 World Cup 2024: अफगानिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया को सुपर-8 के मैच में हराकर स्तब्ध कर दिया है. इससे ग्रुप में सेमीफाइनल की दौड़ बहुत दिलचस्प बन गई है. इस भिड़ंत में अफगानिस्तान ने पहले खेलते हुए 148 रन बनाए थे, जिसमें रहमनुल्लाह गुरबाज़ और इब्राहिम ज़ादरान की अर्धशतकीय पारियां भी शामिल रहीं. गुरबाज़ ने 60 रन और ज़ादरान ने 51 रन का योगदान दिया. दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया ना केवल गेंदबाजी बल्कि बैटिंग में भी फिसड्डी साबित हुआ, जिससे उसे मुकाबला 21 रन से हारना पड़ा. कंगारू टीम के 8 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके. तो चलिए उन 5 कारणों पर प्रकाश डालते हैं जिनसे अफगानिस्तान, कंगारू टीम को मात देने में सफल रहा.


1. मिचेल स्टार्क को नहीं खिलाया गया


मिचेल स्टार्क अभी तक टी20 वर्ल्ड कप 2024 के चार मैचों में 3 विकेट ले पाए थे. शायद यही कारण था कि उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ मैच की प्लेइंग इलेवन में नहीं रखा गया. मगर स्टार्क का अफगान टीम के खिलाफ खेलना बहुत अहम रह सकता था. स्टार्क दोनों तरफ गेंद को स्विंग करवा सकते हैं, जो अफगान टीम के सामने मुश्किल पैदा कर सकती थी. स्टार्क को खिलाना इसलिए भी फायदेमंद रह सकता था क्योंकि वे निचले क्रम में बल्लेबाजी भी कर लेते हैं. जब ऑस्ट्रेलिया को बैटिंग में गहराई की सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब स्टार्क का होना टीम को हार से बचा सकता था.


2. एश्टन एगर को बैटिंग में ऊपर ना भेजना


एश्टन एगर को हालांकि ऑलराउंडर की सूची में नहीं गिना जाता, लेकिन वे बड़े-बड़े छक्के लगाने में माहिर हैं. हालांकि पैट कमिंस भी बढ़िया बैटिंग कर लेते हैं, लेकिन उनके आने से पहले गुलबदीन नईब 3 दायें हाथ के बल्लेबाजों को आउट कर चुके थे. वहीं कमिंस को भी गुलबदीन ने ही बोल्ड किया. ऐसे में मैथ्यू वेड के साथ एश्टन एगर का डबल लेफ्ट-हैंड बैटिंग कॉम्बिनेशन शायद ऑस्ट्रेलिया के लिए कारगर रह सकता था.


3. सिर्फ बाउंड्री भरोसे रहे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज


ऑस्ट्रेलिया के सामने 149 रन का लक्ष्य था. यदि बल्लेबाज क्रीज़ पर टिके रहने की कोशिश करते तो आसानी से टारगेट को चेज़ कर सकते थे, लेकिन अधिकांश बल्लेबाज बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में आउट हुए. पहले ट्रेविस हेड, डेविड वॉर्नर, मिचेल मार्श और पैट कमिंस भी स्लोवर गेंद पर बड़ा शॉट खेलने गए, लेकिन चकमा खा कर क्लीन बोल्ड हो गए. सिंगल-डबल की रणनीति कंगारू टीम के लिए कारगर रह सकती थी, लेकिन सिर्फ बाउंड्री भरोसे रहना टीम को बहुत भारी पड़ा.


4. स्पिनर से शुरुआत करवाना


अफगानिस्तान की सलामी जोड़ी टी20 वर्ल्ड कप के दौरान बहुत शानदार लय में दिखी है. वर्ल्ड कप में गुरबाज़ अब तक 238 रन और ज़ादरान 211 रन बना चुके हैं. चूंकि इस मैदान पर गेंद स्विंग हो रही थी, फिर भी ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मिचेल मार्श ने स्पिनर से गेंदबाजी की शुरुआत करवाना सही समझा. स्विंग के आगे गुरबाज़ और ज़ादरान चकमा खा सकते थे. मगर एश्टन एगर से बॉलिंग की शुरुआत करवाई गई, जिससे अफगानिस्तान के सलामी बल्लेबाजों को कहीं ना कहीं पहले ही ओवर में बढ़िया टच मिल गया था. इसलिए गुरबाज़ और ज़ादरान 118 रन की सलामी साझेदारी कर पाए.


5. अफगानिस्तान की तेज गेंदबाजी को कम आंकना


अफगानिस्तान टीम को खासतौर पर उसके स्पिन अटैक के लिए जाना जाता है. इस टीम में राशिद खान, नूर अहमद, मोहम्मद नबी जैसे विश्व स्तरीय स्पिन गेंदबाज हैं, इसलिए अक्सर विपक्षी टीम उनकी तेज गेंदबाजी को कम आंक बैठती है. मगर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अफगानिस्तान के 10 में से 8 विकेट तेज गेंदबाजों ने लिए. हालांकि फॉर्म में चल रहे फज़ल हक फारूकी इस बार कोई विकेट नहीं ले पाए, लेकिन नवीन उल हक (3) और गुलबदीन नईब (4) ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ कर रख दी थी.


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