ये बात किसी कहावत को दिमाग में लिख कर नहीं लिखी गई है, यही आईपीएल के इस सीजन का सच है. इस सीजन में अब तक सनराइजर्स हैदराबाद की टीम प्वाइंट टेबल में टॉप पर चल रही है. सनराइजर्स हैदराबाद ने अब तक इस सीजन में 10 मैच खेले हैं. इसमें से 8 मैचों में उसे जीत मिली है. आप थोड़ी देर के लिए सोच कर देखिए हैदराबाद की टीम 118 रनों से लेकर 151 रनों तक के 4 ऐसे स्कोर को ‘डिफेंड’ कर चुकी है जिसे आईपीएल में मामूली स्कोर माना जाता है.


इस सीजन में हैदराबाद ने मुंबई के खिलाफ 118 रन बनाकर मैच जीत लिया. किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ सिर्फ 136 रन बनाकर मैच जीत लिया. राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 151 रन बनाकर मैच जीत लिया. सोमवार को हैदराबाद ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 146 रन बनाकर मैच जीत लिया. जाहिर है हैदराबाद के गेंदबाज कमाल का प्रदर्शन कर रहे हैं. अब तक जीते गए 8 में से 4 मैचों में उसके गेंदबाजों ने अपने दम पर मैच जिताया है.


आईपीएल के इस सीजन में इकलौते विदेशी कप्तान केन विलियम्सन की अगुवाई में टीम के तेज गेंदबाज और स्पिनर्स ने अच्छी अच्छी टीमों के बल्लेबाजों को हैरान किया है. सोमवार को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ भी ऐसा ही हुआ. बैंगलोर को प्लेऑफ की रेस में बने रहने के लिए ये मैच जीतना बहुत जरूरी थी. लक्ष्य भी सिर्फ 147 रनों का ही था. विराट कोहली, एबी डीविलियर्स, मोइन अली, पार्थिव पटेल जैसे अंतर्राष्ट्रीस स्तर के अनुभवी खिलाड़ियों के रहते भी बैंगलोर इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाया.


आखिरी दम तक लड़ते हैं हैदराबाद के गेंदबाज


पार्थिव पटेल और मनन वोहरा ने बैंगलोर की शुरूआत अच्छी की थी. यहां तक कि इन दोनों के आउट होने के बाद भी मैच बैंगलोर के पक्ष में ज्यादा था. मनन और पार्थिव पटेल, यानी दोनों सलामी बल्लेबाज जब आउट हुए तो बैंगलोर का स्कोर था 7.1 ओवर में 60 रन. विराट कोहली भी जब बल्लेबाजी कर रहे थे तो मैच कहीं से भी हैदराबाद की तरफ जाता नहीं दिख रहा था. 30 गेंद पर 39 रनों की अपनी पारी में विराट आत्मविश्वास से भरे हुए थे. बावजूद इसके हैदराबाद के गेंदबाज सिर्फ अपनी सटीक गेंदबाजी पर ‘फोकस’ कर रहे थे. जिसका नतीजा ये हुआ कि 10वें ओवर में शाकिब अल हसन ने विराट कोहली को 11वे ओवर में राशिद खान ने एबी डीविलियर्स को आउट कर दिया. यहीं से मैच का टर्निंग प्वाइंट शुरू हुआ.


10.4 ओवर में 80 रन का स्कोर था जब एबी डीविलियर्स पवेलियन लौटे थे. यानि अभी 56 गेंद पर 67 रन चाहिए थे. आधी टीम अभी बल्लेबाजी के लिए बाकी थी. यहीं से धीरे धीरे हैदराबाद के गेंदबाजों ने मैच में सेंध लगानी शुरू की. राशिद खान और संदीप शर्मा ने लगातार कसी हुई गेंदबाजी की. इस बीच ग्रैंडहोम और मनदीप सिंह ने भी सूझबूझ से बल्लेबाजी की, रणनीति ये थी कि मैच को आखिरी ओवर तक ले जाया जाए और वहां जाकर एक साथ रिस्क लिया जाए. ये रणनीति काम कर गई.


इन दोनों ने क्रीज पर टिककर मैच को आखिरी ओवर तक पहुंचाया, जिसमें जीत के लिए सिर्फ 12 रन चाहिए थे. 1 ओवर में 12 रन आईपीएल में कुछ मुश्किल नहीं माना जाता है. लेकिन अगर सामने भुवनेश्वर कुमार हों तो उनका अनुभव भारी पड़ जाता है. बीच के ओवरों में राशिद खान और संदीप शर्मा ने जो मेहनत की थी भुवी ने उस मेहनत को और निखार दिया. आखिरी ओवर में चौके या छक्के की हर कोशिश नाकाम गई और सनराइजर्स हैदराबाद ने पांच रन से मैच जीत लिया.


गेंदबाजों के आंकड़े भी जान लीजिए


आईपीएल में इस सीजन में हैदराबाद के गेंदबाज ही उसके असली स्टार हैं. संदीप शर्मा ने अब तक खेले गए 6 मैचों में सिर्फ 5.26 की इकॉनमी से रन दिया है. राशिद खान, सिद्धार्थ कौल और शाकिब अल हसन इन तीनों गेंदबाजों ने अभी तक सीजन के सभी 10 मैच खेले हैं. इन तीनों ही गेंदबाजों ने 8 से कम की इकॉनमी से रन दिया है. भुवनेश्वर कुमार की इकॉनमी रेट भी 8 से कम की ही है. राशिद खान और सिद्धार्थ कौल ने 13-13 विकेट भी झटके हैं. ये है हैदराबाद की कामयाबी का राज. जिसकी बदौलत प्लेऑफ में जगह पक्की करने वाली वो पहली टीम है.