नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की निजी जानकारी लीक करने वाली फर्म को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने (UIDAI) 10 साल के लिए ब्लैक लिस्ट कर दिया है. धोनी के आधार कार्ड की जानकारी सरकार के ट्विटर हैंडल पर लीक होने के बाद धोनी की पत्नी साक्षी ने टेलिकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद पर अपना गुस्सा उतारा था. 



 



 



दरअसल केंद्र सरकार इन दिनों देश के हर नागरिक को आधार से जोड़ने की योजना पर काम कर रही है. इस मामले में राजनीति भी तेज हो गई है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर मामलो को हवा दे दी है.



 



लोगों को जोड़ने के लिए बड़े स्तर पर इसका प्रचार किया जा रहा है



 



इस वजह से आधार से लोगों को जोड़ने के लिए बड़े स्तर पर इसका प्रचार किया जा रहा है. इसी कड़ी में मंगलवार को आईटी मिनिस्ट्री से जुड़े लोग महेंद्र सिंह धोनी के घर पर जाकर उनके आधार के लिए डिटेल जुटा रहे थे. धोनी के बहाने आधार के प्रचार के लिए आईटी मिनिस्ट्री से जुड़े एक ट्विटर हैंडल से पूरी प्रकिया की तस्वीरें ट्वीट की गई. इसी दौरान गलती से महेंद्र सिंह धोनी की ओर से आधार के लिए भरे गए फॉर्म को भी ट्वीट कर दिया गया.



 



प्रसाद ने अपने डिपार्टमेंट का बेहतर काम बताते हुए रीट्वीट कर दिया



 



उस ट्वीट को रविशंकर प्रसाद ने अपने डिपार्टमेंट का बेहतर काम बताते हुए रीट्वीट कर दिया. इसपर धोनी की पत्नी साक्षी ने ट्विट करके कहा है कि क्या किसी की कोई निजी जिंदगी नहीं है. आधार कार्ड की जानकारी सार्वजनिक कर दी गई. ये बेहद निराशाजनक है. साक्षी की नाराजगी पर आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने फौरन एक्शन लिया और टि्वटर हैंडल से फौरन ही धोनी की जानकारी हटा दी गई.





 



दिग्विजय सिंह भी विवाद में कूदे, किया ट्वीट



 



अब इस मामले में कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह भी कूद चुके हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने महेंद्र सिंह धोनी की निजी जानकारी लीक कर दी है, यह शर्मनाक है. इसके साथ ही उन्होंने एक और ट्वीट किया है कि इस मामले में उन्हें तुरंत ही माफी मांगनी चाहिए. इसके साथ ही धोनी को दूसरा आधार कार्ड जारी होना चाहिए.