वांडरर्स: भारत के खिलाफ चौथे वनडे मैच में एबी डिविलियर्स की साउथ अफ्रीकी टीम में वापसी हो गई है. पहले तीन मैचों में टीम से बाहर रहे एबी डिविलियर्स की वापसी टीम इंडिया के लिए किसी खतरे से कम नहीं है. सीरीज बचाने के लिए साउथ अफ्रीकी टीम चौथे वनडे में हर हाल में जीत दर्ज करना चाहेगी.


वहीं भारतीय टीम का लक्ष्य अपने विजय अभियान को जारी रखते हुए साउथ अफ्रीका में पहली वनडे सीरीज जितने पर है लेकिन भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती डिविलियर्स को जल्दी आउट करने की होगी.


इसका कारण यह है कि वांडरर्स का मैदान डिविलियर्स को खूब भाता है. इसी मैदान पर डिविलियर्स ने वनडे में सबसे तेज शतक लगाने का कारनामा किया है. साल 2015 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए मुकाबले में डिविलियर्स ने महज 31 गेंदों में शतक जड़ दिया था. डिविलियर्स ने इस मैच में 59 गेंदों में 149 रन बनाए थे जिसमें 16 छक्के और 9 चौके शामिल थे.


इस मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने 50 ओवर में 2 विकेट पर 439 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था. डिविलियर्स के अलावा हाशिम अमला और राएले रुसो ने भी शतक लगया था.


ऐसे में भारतीय कप्तान विराट कोहली को डिविलियर्स से सतर्क रहना होगा. भारतीय टीम के राहत की खबर बस यह कि टीम के नियमित कप्तान फाफ डुप्लेसी और विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक चोटिल होकर पूरे सीरीज से बाहर हो चुके हैं.


साउथ अफ्रीक दौरे पर भारतीय टीम की सबसे बड़ी ताकत युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की जोड़ी रही है. इन दोनों गेंदबाजों ने तीन मैचों में साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों को खुलने का मौका नहीं दिया है ऐसे में एक बार फिर इन दोनों गेंदबाजों को चौथे वनडे में अपने बेहतरीन प्रदर्शन को दोहराना होगा.