कोरोना वायरस की वजह से इस साल अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले ट्वेंटी-ट्वेंटी वर्ल्ड कप के रद्द होने की आशंका बढ़ गई है. इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका के स्टार बल्लेबाद एबी डिविलियर्स की क्रिकेट में वापसी की संभावना भी खत्म हो रही है. डिविलियर्स ने साफ किया है कि वह फैंस के बीच किसी तरह की झूठी उम्मीदें पैदा नहीं करेंगे.


डिविलियर्स ने कहा, ''मैं अभी छह महीने आगे के बारे में नहीं सोच सकता. अगर टूर्नामेंट अगले साल तक स्थगित होता है तो कई चीजें बदल जाएंगी. अभी मैं खुद को उपलब्ध मानकर चल रहा हूं लेकिन मैं यह नहीं जानता हूं कि तब मेरी फिटनेस कैसी रहेगी और क्या मैं तब स्वस्थ रहूंगा.''


उन्होंने कहा, ''मैं किसी ऐसे मोड़ पर पहुंच सकता हूं जहां मैं कोच बाउचर से कहूंगा कि मैं खेलने का इच्छुक था, मैं कोई भूमिका निभाना चाहता हूं लेकिन मैं खुद खेलने में सक्षम नहीं हूं. मुझे ऐसी प्रतिबद्धता और झूठी उम्मीदें बंधाने से डर लगता है.''


वापसी की संभावना बेहद कम


डिविलियर्स ने कहा कि वह नहीं मानते कि वह दक्षिण अफ्रीकी टीम में सीधे प्रवेश पाने के हकदार हैं. उन्होंने कहा, ''मैं अगर 100 फीसदी फिट रहता हूं जैसा कि मैं चाहता हूं तो फिर मैं उपलब्ध रहूंगा. अगर ऐसा नहीं होता तो फिर मैं इस तरह का इंसान नहीं हूं जो 80 प्रतिशत फिट होने पर खुद को उपलब्ध रखे. तब मुझे ट्रायल्स से गुजरकर बाउचर को दिखाना होगा कि मैं अब भी अच्छा खिलाड़ी हूं.''


दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, ''उन्हें तभी मेरा चयन करना चाहिए जब उन्हें लगे कि मैं दूसरे खिलाड़ी से बेहतर हूं. मैं उस तरह का इंसान नहीं हूं जो यह समझे कि मैं जो चाहता हूं वैसा ही होना चाहिए.''


पिछले साल इंग्लैंड में हुए वनडे वर्ल्ड कप के दौरान भी ऐसी खबरें सामने आई थीं कि डिविलियर्स टीम में वापसी करना चाहते थे. लेकिन उस वक्त बोर्ड ने उन्हें टीम में लेने से इंकार कर दिया था. साल 2018 में डिविलियर्स ने सबको चौंकाते हुए संन्यास का एलान कर दिया था.


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