ICC Cricket World Cup 2023: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच चल रहे वर्ल्ड कप मैच के दौरान साउथ अफ्रीका के पूर्व दिग्गज एबी डीविलियर्स कमेंट्री कर रहे थे. उन्होंने अपनी कमेंट्री के दौरान बताया कि कैसे वो अपने जमाने में वनडे फॉर्मेट में भी टी20 वाले मॉडर्न शॉट्स खेलने में सक्षम रहे और दुनियाभर में मिस्टर 360 डिग्री प्लेयर के नाम से मशहूर हो गए. आपको बता दें कि एबी डीविलियर्स अपने पूरे करियर में तेज-तर्रार पारी खेलने वाले खिलाड़ी रहे हैं.
एबी डीविलियर्स कैसे बने दुनिया के 360 डिग्री प्लेयर?
उनके करियर के शुरुआती दौर में टी20 क्रिकेट का ज्यादा चलन नहीं था, लिहाजा वनडे क्रिकेट ही सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय फॉर्मेट हुआ करता था. ऐसे में एबी डीविलियर्स ने उस जमाने में भी वनडे फॉर्मेट को की मॉर्डन टी20 बना दिया है. वह गेंदबाज और फील्ड प्लेसमेंट के साथ खिलवाड़ करते थे. उनके पास हरेक गेंद के लिए कई शॉट्स हुआ करते थे. डीविलियर्स मैदान के चारों ओर शॉट लगाने में सक्षम थे और जिस क्षेत्र में फील्डर नहीं होता था, वह किसी भी गेंद को उसी क्षेत्र में मारने में सक्षम थे.
इसी वजह से उन्हें मिस्टर 360 डिग्री प्लेयर का नाम दिया गया. साउथ अफ्रीका और भारत के बीच हो रहे मैच के दौरान उन्होंने बताया कि, "मैं बचपन से थोड़ा साहसी रहा हूं. मैंने हमेशा अपनी लिमिट्स को टेस्ट किया है. मैं हमेशा हर परिस्थिति में पॉजिटीव देखता हूं. उन शॉट्स को लगाने की कोशिश करने का मकसद सिर्फ चौके-छक्के लगाने के तरीके खोजना होता था. विश्व का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी वही होता है, जो थोड़ा क्रिएटीव है, और गेंदबाजों को सेटल होने का मौका नहीं देता. तो वो मेरा एक तरीका होता था कि कैसे गेंदबाजों को सेटल ना होने दें और उन्हें ये सोचना पड़े कि अब क्या करें? अगर आपने ऐसा कर दिया, तो फिर आप अपने खेल का जमकर मजा ले सकते हैं."