पाकिस्तान के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी अब्दुल रज्जाक का मानना है कि भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली की बल्लेबाजी में निरंतरता है लेकिन वह सचिन तेंदुलकर की क्लास के बल्लेबाज नहीं हैं. रज्जाक के मुताबिक, कुल मिलाकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का स्तर गिरा है और टीमों के पास खेल के तीनों विभागों में गहराई नहीं है.
रज्जाक ने क्रिकेट पाकिस्तान से कहा, "हम उस तरह के विश्व स्तर के खिलाड़ी नहीं देख रहे हैं जो हमने 1992 से 2007 के बीच देखे थे. टी-20 क्रिकेट ने खेल को बदल दिया है. गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग में गहराई नहीं है। यह सभी अब बेसिक्स बन गए हैं."
उन्होंने कहा, "विराट कोहली को देखिए, जब वो रन करते हैं तो करते ही जाते हैं. हां, बेशक वो शानदार खिलाड़ी हैं और लगातार अच्छा कर रहे हैं. लेकिन मैं उन्हें उस क्लास में नहीं रखूंगा जिसमें सचिन तेंदुलकर थे. सचिन पूरी तरह से अलग क्लास के बल्लेबाज थे."
सचिन ने भारत के लिए 200 टेस्ट मैच खेले हैं और 15,291 रन बनाए हैं जिनमें 51 शतक और 68 अर्धशतक शामिल हैं. वनडे में उन्होंने 463 मैचों में 44.38 की औसत से 18,426 रन बनाए हैं जिनमें 49 शतक और 96 अर्धशतक शामिल हैं.
इसी कारण सचिन को क्रिकेट के भगवान भी कहा जाता है. कई बार हालांकि कोहली और सचिन की तुलना भी की जाती है. इससे पहले, रज्जाक ने जसप्रीत बुमराह को बच्चा गेंदबाज बताया था.
बुमराह पर रज्जाक ने कहा था, "मैंने अपने समय में विश्व स्तर के गेंदबाजों को खेला है, बुमराह जैसे गेंदबाज के सामने मुझे किसी तरह की परेशानी नहीं होती बल्कि दबाव तो उन पर होता." उन्होंने कहा, "मैं ग्लैन मैक्ग्रा और वसीम अकरम के खिलाफ खेला हूं, इसलिए बुमराह मेरे सामने बच्चे होते और मैं उन पर आसानी से काबू पा आक्रमण करता."
रज्जाक ने 1999 से 2013 के बीच पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट, 265 वनडे और 32 टी-20 मैच खेले हैं. रज्जाक ने हालांकि भारतीय गेंदबाज की तारीफ भी की और कहा, "बुमराह अच्छा कर रहे हैं और उन्होंने काफी सुधार किया है. उनका एक्शन थोड़ा अजीब है और गेंद को सीम पर अच्छी तरह से गिराते हैं इसी कारण वह असरदार हैं."