अफगानिस्तान के मिस्ट्री स्पिनर मुजीब जदरान नए हथियार के साथ भारत के खिलाफ डेब्यू टेस्ट के लिए तैयार हैं. 14 जून को बेंगलुरू में ऐतिहासिक टेस्ट खेला जाएगा और इस खास मुकाबले में मुजीब नई गेंद का इस्तेमाल भारत के खिलाफ करेंगे. मुजीब के इस नए हथियार के पीछे खुद भारतीय स्पिन दिग्गज रविचंद्रन अश्विन हैं.
17 साल का गेंदबाज बना टीम का अहम सदस्य
पिछले साल अगस्त में घरेलू मैचों में डेब्यू करने वाला 17 साल का यह गेंदबाज राशिद खान के साथ अफगानिस्तान के गेंदबाजी आक्रमण का अहम सदस्य बन गया है. खुद राशिद ने कहा कि मुजीब के आने से उनके ऊपर से बोझ कम हुआ है. मुजीब ने कहा कि आईपीएल के समय किंग्स इलेवन पंजाब के नेट सेशन के दौरान अश्विन ने उन्हें नई तरह की गेंदबाजी के बारे में बताया जिसका इस्तेमाल वह भारत के खिलाफ करेंगे.
अश्विन से सीखा अब भारत पर करेंगे इस्तेमाल
मुजीब ने कहा , ‘‘मैंने आईपीएल के दौरान नेट सेशन में अश्विन के साथ काफी समय बिताया और यह बहुत मददगार साबित हुआ. उन्होंने मुझे बताया कि गेंद कहां डालनी है. उन्होंने मुझे नई गेंद के बारे में भी बताया और मैं उसे सीखने की कोशिश कर रहा हूं. यह कैरम बॉल है जो ऑफ स्पिन गेंदबाजी एक्शन में किया जाता है.’’
बिना फर्स्ट क्लास खेले निडर बन गए हैं मुजीब
मुजीब ने अभी तक फर्स्ट क्लास मैच नहीं खेला है लेकिन आईपीएल, अंडर -19 विश्व कप और नेशनल टीम के साथ छोटे फॉर्मेट में उनके प्रदर्शन ने उन्हें ‘‘निडर’’ बना दिया है. उन्होंने कहा , ‘‘मैंने पहले ही उच्च स्तर का क्रिकेट खेला है इसलिए टेस्ट मैच को लेकर कोई डर नहीं है. आईपीएल का शुक्रिया , मुझे पता है दबाव से कैसे निपटना है. मुझे किसी भी विपक्षी टीम के खिलाफ खेलने से डर नहीं लगता. पहले मेरे दिमाग में इसका असर होता था लेकिन अब नहीं.’’
अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत का यह क्रिकेटर गेंद को दोनों ओर घुमा पाने में सक्षम है और इसके साथ ही वह प्रभावशाली गुगली भी फेंकता है , जिस पर आईपीएल में विराट कोहली भी गच्चा खा गये थे. अफगानिस्तान के कप्तान असगर स्टेनिकजई ने भी कहा कि राशिद , मुजीब , मोहम्मद नबी और रहमत शाह जैसे स्पिनरों के कारण इस विभाग में उनकी टीम भारत से बेहतर हैं.
अश्विन के साथ रहने का मिला फायदा
उन्होंने कहा , ‘‘मैंने अपनी तैयारी कर ली है कि कैसी गेंदबाजी करनी है. कोहली यहां नहीं खेल रहे लेकिन टीम में अजिंक्य रहाणे और लोकेश राहुल काफी अच्छे बल्लेबाज हैं. हम किसी को भी कमतर नहीं आंक रहे. ’’