जिस देश की हवा में ऑक्सीजन से ज्यादा बारूद घुला हो, घर से निकलने से पहले सलामती की दुआ करते हों, जिस देश में हर घंटे मौत का मंजर रहता हो वहां से कोई टीम क्रिकेट के मैदान पर धमाल मचाए ऐसी बातें किसी काल्पनिक किताबों को बेस्ट सेलर बना सकती है. लेकिन ऐसा असल जिन्दगी में भी होता है कल्पनाओं से परे अफगानिस्तान की टीम हर वक्त इसी उम्मीद के साथ मैदान पर उतरती होगी कि उनके वतन में सबकुछ ठीक हो. आईपीएल के दौरान टी 20 के लेग स्पिनर राशिद खान ने अपने दोस्त को बम धमाके में खो दिया. लेकिन हौसलों को खोनं नहीं दिया. मैदान पर वो उसी अंदाज में गेंदबाजी कर रहे हैं जिसके उन्हें जाना जाता है. युद्ध की विभीषिका झेल रहे अफगानिस्तान के तेज गेंदबाज शापूर जदरान ने इन बातों से ध्यान हटाते हुए कहा कि उनके देश में बम धमाके होते रहेंगे लेकिन वह उस पर ध्यान दिए बिना खेलना जारी रखना चाहते हैं.
शापूर ने कहा कि यह दिल को चोट देने वाली बातें हैं कि इस तरह की घटनाएं उनके देश में होती रहती है लेकिन पेशेवर क्रिकेटर के तौर पर उनके पास आगे बढ़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
बांग्लादेश के साथ मौजूदा टी 20 सीरीज में अफगानिस्तान के तेज आक्रमण की अगुआई कर रहे शापूर ने कहा , ‘‘धमाके होते रहेंगे लेकिन हमें उन्हें भूलना होगा. हर महीने हमले होते हैं. हम ज्यादा समय दौरे पर होते है, हमारे पास क्या विकल्प हैं ? हमें इन चीजों को पीछे छोड़ कर खेल पर 100 प्रतिशत ध्यान देना होगा.’’
बार - बार चोटिल होने से 30 साल के इस खिलाड़ी का करियर प्रभावित हुआ है. बांग्लादेश के खिलाफ पहले टी 20 मैच से पहले भी उन्हें घुटने में पट्टी के साथ प्रैक्टिस करते देखा गया था.
उन्होंने अगस्त 2013 के बाद कोई फर्स्ट क्लास मैच नहीं खेला है और इस बात पर कोई आश्चर्य नहीं है कि वह अफगानिस्तान के ऐतिहासिक टेस्ट मैच के लिए टीम में नहीं हैं. अफगानिस्तान 14 जून से बेंगलुरु में से अपना पहला टेस्ट मैच भारत के खिलाफ खेलेगा.
शापूर ने देश लिए पहले टी 20 विश्व कप (2010) और क्रिकेट विश्व कप 2015 में देश का प्रतिनिधित्व किया है. वह ऐतिहासिक टेस्ट टीम में शामिल नहीं होने से निराश हैं.
उन्होंने कहा , ‘‘मैं इसे चूकने से निराश हूं लेकिन चोट के कारण मैने चार दिवसीय मैच नहीं खेले हैं. अब मैं फिट हूं और 140 की रफ्तार से गेंद फेंक सकता हूं लेकिन मेरा ध्यान सीमित ओवरों के क्रिकेट पर है. ’’
शापूर से जब पूछा गया कि वह कब तक क्रिकेट खेलेंगे तो उन्होंने कहा , ‘‘मुझे लगता है कि मुझ में अभी काफी क्रिकेट बचा हुआ है. जब तक फिट हूं तब तक खेलूंगा. मैं संन्यास लेने से पहले अफगानिस्तान में एक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलना चाहता हूं.’’
उन्हें उम्मीद है कि वह आईपीएल के अगले सीजन में किसी टीम की ओर से खेलते दिखेंगे.