IND vs SA Series: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गई तीन मैचों की टी20 सीरीज़ में टीम इंडिया ने 2-1 से जीत हासिल कर ली. भारती टीम ने पहली बार पर घर में अफ्रीका के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज़ में विजय प्राप्त की. टी20 वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम के लिए यह आखिरी टी20 सीरीज़ थी. टीम इंडिया ने सीरीज़ तो जीत ली, लेकिन क्या इस सीरीज़ के साथ भारतीय टीम ने टी20 विश्व कप के तैयारी की या नहीं? आइए जानते हैं इस सीरीज़ बाद टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम में क्या पॉज़िटिव और क्या निगेटिव दिखाई दिए.
पॉज़िटिव
इस सीरीज़ में एक बार फिर विराट कोहली के बल्ले से रन निकलते हुए दिखाई दिए. हालांकि, इससे पहले एशिया कप में ही किंग कोहली ने अपने बल्ले से इस बात का ऐलान कर दिया था कि उनका फॉर्म लौट आया है. भले ही विराट सीरीज़ के पहले में 3 रन बनाकर पवेलियन लौट गए हो, लेकिन दूसरे मैच में उन्होंने 28 गेंदों में 175 के स्ट्राइक रेट से 49 रनों की नाबाद पारी खेली. विराट की इस पारी में 7 चौके और एक छक्का शामिल रहा.
इस सीरीज़ में टीम के ओपनर बल्लेबाज़ केएल राहुल का पुराना अंदाज़ देखने को मिला. केएल राहुल ने दोनों मैचों में अर्धशतकीय पारी खेली. पहले मैच में उन्होंने 56 गेंदों में 91.07 के स्टाइक रेट से 51 रनों का पारी खेली. इस मैच के बाद उन्हें स्टाइक रेट को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. दूसरे मैच उन्होंने अपने ऊपर उठ रहे सभी सवालों का करारा जवाब देते हुए 28 गेंदों में 203 के स्ट्राइक रेट से 57 रनों की आक्रमक पारी खेली.
इस सीरीज़ में शामिल दीपक चाहर की तरफ से शानदार गेंदबाज़ी देखने को मिली. उन्होंने पहले मैच में 4 ओवरों में सिर्फ 24 देकर 2 विकेट अपने नाम किए. वहीं, दूसरे मैच में एक बार फिर दीपक ने 4 ओवरों में सिर्फ 24 खर्च किए. इस मैच में उन्होंने एक मेडन ओवर भी फेंका. हालांकि, सीरीज़ के आखिरी मैच में वो थोड़ा महंगे साबित हुए. आखिरी मैच में उन्होंने 4 ओवरों में 12 की इकॉनमी से रन खर्च किए और सिर्फ एक सफलता अपने नाम की.
निगेटिव
इस सीरीज़ में भारतीय टीम का पेस अटैक काफी कमज़ोर दिखाई दिया. सीरीज़ के दूसरे मैच में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाज़ी करके 237 बोर्ड पर लगाए. उसके बाद टीम सिर्फ 16 रनों से जीत दर्ज करने में कामयाब रही. इस मैच में अर्शदीप सिंह ने 4 ओवरों में 15.50 की इकॉनमी से रन खर्च करते हुए 62 रन लुटा दिए. इसके अलावा हर्षल पटेल ने भी 4 ओवरों में 45 रन खर्च किए. सीरीज़ के आखिरी मैच में भी गेंदबाज़ काफी महंगे साबित हुए.
भारतीय टीम के गेंदबाज़ डेथ ओवर्स में ज़्यादा संघर्ष करते हुए दिखाई दिए. भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल और अर्शदीप सिंह समेत लगभग सभी गेंदबाज़ आखिरी के ओवर्स में नाकाम साबित हुए. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया में खेले जाने वाले टी20 विश्व कप में टीम इंडिया को मश्किलों का सामना कर पड़ सकता है. डेथ बॉलिंग को लेकर टीम कप्तान रोहित शर्मा ने भी चिंता ज़ाहिर की थी.
भारतीय टीम फील्डिंग के मामले में टॉप पर रहती है. लेकिन इस सीरीज़ में टीम इंडिया की फील्डिंग में कुछ कमियां दिखाई दीं. फील्डिंग की ये कमियां टीम को ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप के दौरान दिक्कत दे सकती हैं.