फर्स्ट क्साल के डेब्यू मैच में शतक मारने के बाद अर्जुन तेंदुलकर बोले- ‘मुझे अपनी योग्यता पर भरोसा था’
Arjun Tendulkar on his century: अर्जुन तेंदुलकर ने अपने पहले शतक के बाद बताया कि उन्हें अपनी योग्यता पर पूरा भरोसा था.
Arjun Tendulkar on his century: पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के बेटे अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) ने फर्स्ट क्लास के डेब्यू मैच में ही शतक माकर खूब सुर्खियां बटोरी. उन्होंने अपने पिता की तरह की फर्स्ट क्साल की शुरुआत शतक के साथ की. सचिन तेंदुलकर ने भी 11 दिसंबर, 1988 में गुजरात के खिलाफ फर्स्ट क्लास के डेब्यू मैच में शतक जड़ा था. अर्जुन ने गोवा की तरफ से राजस्थान के खिलाफ खेलते हुए 207 गेंदों में 120 रन बनाए थे. उनकी इस पारी में 16 चौके और 2 छक्के शामिल रहे थे. इस शतक के बाद अर्जुन ने बताया कि उन्हें अपनी योग्यता पर भरोसा था.
अपनी योग्यता पर भरोसा था
अर्जुन तेंदुलकर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा, “मुझे हमेशा से ही अपनी योग्यता पर भरोसा था और मुझे पता था कि अगर मैं सेट हो गया तो बड़ा स्कोर बना सकता हूं. मुझे सिर्फ पहले घंटे का खेल खेलना था और फिर इसका फायदा उठाना था. जब मैं खेलने के लिए गया, तब मुझे ज्यादातर गेंदों का सामना करना पड़ा क्योंकि सुयश 80 रन पर खेल रहा था और मेरा काम उसकी रक्षा करना था.”
अर्जुन ने आगे कहा, “यह सिर्फ बेसिक था- पहला घंटा गेंदबाज़ को दीजिए नई गेंद सुबह गेंदबाज़ को कुछ फायदा पहुंचाती है. शुरुआती चरण देखने के बाद, यह फायदा उठाने और रन बनाने का वक़्त था”
अर्जुन ने गोवा की तरफ से खेलते हुए मैच की पहली पारी में शतक जड़ा था. उन्होंने सातवें नंबर पर आकर इस शतक को अंजाम दिया था. इसी पारी में टीम के तीसरे नंबर के बल्लेबाज़ सुयश प्रभुदेसाई ने दोहरा शतक जड़ा था. उन्होंने 416 गेंदों में 29 चौकों की मदद से 212 रनों की पारी खेली थी. बता दें कि अर्जुन तेंदुलकर गोवा की तरफ से डेब्यू मैच में शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज़ बन गए हैं. इससे पहले यह कारनामा सुमिरन अमोनकर ने किया था.
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