खुद को टेस्ट क्रिकेट के लिए बेहतर नहीं मानते थे जेम्स एंडरसन, 161 टेस्ट में 616 विकेट लेने के बाद दिया बेहद इमोशनल बयान
जेम्स एंडरसन के नाम 161 टेस्ट में 616 विकेट हैं और वह मुथैया मुरलीधरन (800 विकेट), शेन वॉर्न (708 विकेट) और अनिल कुंबले (619 विकेट) के बाद टेस्ट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले दुनिया के चौथे गेंदबाज हैं.
![खुद को टेस्ट क्रिकेट के लिए बेहतर नहीं मानते थे जेम्स एंडरसन, 161 टेस्ट में 616 विकेट लेने के बाद दिया बेहद इमोशनल बयान After taking 616 wickets in 161 Tests, James Anderson said I thought I was not suitable for Test cricket खुद को टेस्ट क्रिकेट के लिए बेहतर नहीं मानते थे जेम्स एंडरसन, 161 टेस्ट में 616 विकेट लेने के बाद दिया बेहद इमोशनल बयान](https://wcstatic.abplive.in/en/prod/wp-content/uploads/2018/09/Or7cHrFu9t.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
टेस्ट क्रिकेट में बतौर तेज़ गेंदबाज़ सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले इंग्लैंड के दिग्गज तेज़ गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन का कहना है कि उन्हें लगता था कि वह टेस्ट क्रिकेट के लिए बेहतर नहीं हैं. उन्होंने कल यानी गुरुवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट से पहले यह हैरान करने वाला बयान दिया. बता दें कि अगर एंडरसन को न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में अंतिम ग्यारह में जगह मिलती है तो वह एलिस्टर कुक को पीछे छोड़ इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे.
जेम्स एंडरसन ने कहा, "यह 18 साल अभूतपूर्व रहे. यह जानना कि कूक ने जितने मुकाबले खेले हैं, उतने मैं खेल चुका हूं. यह मेरे लिए गर्व की बात है." बता दें कि एंडरसन ने 18 साल पहले 2003 में लॉर्ड्स के मैदान में जिम्बाब्वे के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी.
एंडरसन ने आगे कहा, "मुझे लगता था कि मैं ज्यादा अच्छा नहीं हूं. काउंटी क्रिकेट से काफी बदलाव आया. मुझे याद है नसीर ने मेरे लिए फाइन लेग नहीं रखा था. मेरी पहली गेंद नो बॉल हुई जिसके बाद मैं नर्वस हो गया और मुझे लगा कि अभी मुझे बहुत लंबा सफर तय करना है."
गौरतलब है कि एंडरसन के नाम टेस्ट में 161 टेस्ट में 616 विकेट हैं और वह मुथैया मुरलीधरन (800 विकेट), शेन वॉर्न (708 विकेट) और अनिल कुंबले (619 विकेट) के बाद टेस्ट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले दुनिया के चौथे गेंदबाज हैं.
उन्होंने आगे कहा, "मुझे सेट होने में कुछ साल लगे. मुझे लगता है कि विश्व की शीर्ष टीम के खिलाफ प्रदर्शन करना मायने रखता है. मैं जिम्बाब्वे का असम्मान नहीं कर रहा, लेकिन दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और भारत जैसी टीम के खिलाफ आपको प्रदर्शन करना होता है. जब आप शीर्ष टीमों के खिलाफ प्रदर्शन करने में सफल होते हैं तब आपको लगता है कि आपका स्तर बढ़ा है."
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