Ajay Jadeja: पूर्व क्रिकेटर ने राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा को दी सलाह, प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन बातों से बचने के लिए कहा
Team India Combination: पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा का कहना है कि टीम इंडिया के कोच और कप्तान को मीडिया के सामने अपनी टीम कॉम्बिनेशन को लेकर दिए जाने वाले बयानों में थोड़ा सावधान रहना चाहिए.
Ajay Jadeja on Rohit Sharma: एशिया कप 2022 में टीम इंडिया (Team India) के फाइनल में नहीं पहुंचने का एक बड़ा कारण प्लेइंग-11 में लगातार बदलाव को माना गया था. कई पूर्व भारतीय क्रिकेटर्स ने टीम इंडिया में अलग-अलग कॉम्बिनेशन प्रयोग करने को लेकर सवाल खड़े किए थे. कुछ पूर्व क्रिकेटर्स ने रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के उस बयान को भी गलत बताया था, जो उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ मैच हारने के बाद दिया था.
रोहित ने कहा था कि उन्हें टीम कॉम्बिनेशन को लेकर अभी कुछ सवालों के जवाब खोजने हैं. अब पूर्व क्रिकेटर अजय जडेजा (Ajay Jadeja) ने इस तरह के बयान को लेकर रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ को सलाह दी है. अजय जडेजा ने कहा है कि इस तरह के बयान मीडिया के सामने नहीं दिए जाने चाहिए. इससे कन्फ्यूजन बढ़ता है. जडेजा ने यह भी कहा कि कप्तान और कोच को एक ही बयान पर कायम रहना चाहिए. दोनों ओर से अलग-अलग बयान नहीं दिए जाने चाहिए.
'खिलाड़ियों के भी परिवार होते हैं'
क्रिकबज के साथ बातचीत करते हुए जडेजा ने कहा, जडेजा ने कहा, 'हार और जीत खेल का हिस्सा होते हैं. लेकिन टीम कॉम्बिनेशन को लेकर कोई कन्फ्यूजन नहीं होना चाहिए. यहां इस तरह के बयान नहीं आने चाहिए कि कुछ चीजों पर काम कर रहे हैं. आपको यह बात समझनी होगी कि आपकी टीम में जो खिलाड़ी हैं, उनके परिवार भी हैं. जब वह यह सब पढ़ते हैं तो कई बातें बनती हैं. मीडिया के सामने कोच और कप्तान को अपने बयानों में एकरूपता रखनी चाहिए. टीम के साथ आपको इन चीजों पर जितनी चर्चा करनी है, वो बिल्कुल करनी चाहिए.'
'टीम के साथ मजबूत बातचीत होनी चोहिए'
जडेजा ने कहा, 'अगर आप हर मैच के नतीजे के बाद अपनी टीम में बदलाव करते रहेंगे तो टीम में कन्फ्यूजन रहेगा. इसे दूर किया जा सकता है. मैं जानता हूं कि टीम इंडिया के कप्तान और कोच में अच्छा तालमेल है लेकिन यह तालमेल मीडिया के सामने भी दिखाई देना चाहिए. आपको हमेशा कुछ जरूरी चीजें तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहनी ही होती है. लेकिन आपकी टीम को पता होना चाहिए कि यह क्यों कही जा रही है. टीम के साथ आपकी बातचीत मजबूत होनी चाहिए और प्रेस के सामने उन बातों को सही ठहराने की जरूरत नहीं होनी चाहिए.'
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