मैच के बाद रहाणे ने जीता दिल, 100वां टेस्ट खेलने वाले नेथन लायन को दी टीम इंडिया की जर्सी
ऑस्ट्रेलिया में भारत ने दूसरी बार टेस्ट सीरीज जीती है. इससे पहले 2018-19 दौरे पर भी भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से हराया था. टीम इंडिया की अइस शानदार जीत पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी बधाई दी है.
ब्रिस्बेन: ब्रिस्बेन के गाबा में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हरा दिया. इसके साथ ही भारतीय टीम ने चार मैचों की यह सीरीज भी 2-1 से अपने नाम कर ली. भारत की ऑस्ट्रेलिया में सीरीज़ जीत के साथ ही हर एक देशवासी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया. वहीं मैच के बाद कप्तान अजिंक्य रहाणे ने खेल भावना के तहत कुछ ऐसा जिसने खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया.
कप्तान रहाणे ने अपना 100वां मैच खेल रहे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाद नेथन लायन को एक खास तोहफा दिया. कप्तान रहाणे ने मैच के बाद प्रजेंटेशन सेरेमनी के दौरान नेथन लाइन को टीम इंडिया की एक जर्सी तोहफे में दी. इस जर्सी पर कप्तान रहाणे के ऑटोग्राफ भी थे. रहाणे के इस खेल भावना से भरे कदम की जमकर तारीफ हो रही है.
दिग्गज क्रिकेटर वीवीएस लक्षमण ने इस कदम के साथ रहाणे की तारीफों के पुल बांध दिए. वीवीएस ने ट्विटर पर लिखा, ''अजिंक्य रहाणे ने शानदार भावना का प्रदर्शन किया. नेथन लायन को 100वें टेस्ट पर भारतयी टीम की जर्सी तोहफे में दी. रहाणे ने खेल भावना का एक उदारण पेश किया. इतनी अविश्वसनीय जीत हासिल करने के बाद भी वह कितने प्रतिष्ठित है.''
नेथन लायन महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न के बाद ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने वाले सबसे कामयाब फिरकी गेंदबाज हैं. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने मैच की शुरुआत में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया. नाथन लॉयन ऑस्ट्रेलिया के लिए अब तक 100 टेस्ट मैचों में 399 विकेट हासिल कर चुके हैं. अगर वो इस मैच में एक विकेट और ले लेते तो टेस्ट क्रिकेट में उनके 400 विकेट पूरे हो जाते. वो अब तक 15 बार पारी में 5 विकेट लेने के साथ ही 3 बार मैच में 10 विकेट लेने का कमाल भी कर चुके हैं.
पंत और गिल ने खेली कमाल की पारी भारत की इस ऐतिहासिक जीत के हीरो रहे विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत और सलामी बल्लेबाज़ शुभमन गिल. पंत ने 138 गेंदो में 89 रन बनाकर नाबाद रहे. इस दौरान उन्होंने नौ चौके और एक छक्का लगाया. इसके साथ ही वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 1,000 रन बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर भी बन गए. वहीं शुभमन गिल ने 146 गेंदो में 91 रनों की शानदार पारी खेली. अपनी इस पारी में उन्होंने आठ चौके और दो छक्के लगाए. पंत और गिल के अलावा चेतेश्वर पुजारा ने भी टीम इंडिया की जीत में अहम योगदान दिया. उन्होंने 211 गेंदो में 56 रनों की पारी खेलकर एक छोर बांधे रखा. गाबा की टूटी हुई पिच पर पुजारा दीवार बनकर खड़े रहे और भारत को मैच में बनाए रखा. पुजारा के कारण ही पंत तेजी से रन बनाते रहे और भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई. आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 369 रन बनाए थे. भारत पहली पारी में 336 रन ही बना सकी थी. पहली पारी के आधार पर आस्ट्रेलिया दूसरी पारी में 33 रनों की बढ़त लेकर उतरी थी. दूसरी पारी में मोहम्मद सिराज ने पांच और शार्दूल ठाकुर ने चार विकेट ले आस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में 294 रनों पर सीमित कर दिया था. भारत को हालांकि 328 रनों की मुश्किल चुनौती मिली थी, जिसे उसने अपने जुझारूपन और हार न मानने की जिद से हासिल कर लिया. यह भी पढ़ें- 5 विकेट अपने नाम करने के बाद सिराज ने पिता को किया याद, बताया- कैसे मां के एक फोन कॉल से मिली ताकत