टेस्ट फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए नंबर पांच की समस्या लगातार बनी हुई है. डब्लूटीसी फाइनल में रहाणे ने 89 रन की शानदार पारी खेलकर अच्छा कमबैक किया था. लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में रहाणे दोनों मैचों में फ्लॉप साबित हुए हैं. रहाणे के टेस्ट रिकॉर्ड को देखते हुए अब ऐसा लग रहा है कि टीम इंडिया को नए विकल्प तलाशने चाहिए.
आईपीएल को डब्लूटीसी फाइनल में रहाणे की परफॉर्मेंट देखते हुए उन्हें दोबारा से टीम का उपकप्तान बनाया गया. पहले टेस्ट में रहाणे तीन रन बना पाए, जबकि दूसरे टेस्ट की पहली पारी में भी रहाणे ने 8 ही रन बनाए. वेस्टइंडीज जैसी कमजोर टीम के सामने रहाणे के इस प्रदर्शन ने टीम की चिंता और ज्यादा बढ़ा दी है. रहाणे पिछले टेस्ट फॉर्मेट की पिछली 18 पारियों में तीन बार ही अर्धशतक लगा पाए हैं. 2020 दिसंबर के बाद से रहाणे के बल्ले से टेस्ट में कोई शतक नहीं निकला है.
अय्यर की हो सकती है वापसी
टीम इंडिया ने टी20 के साथ टेस्ट में भी भविष्य की टीम बनानी शुरू कर दी है. वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के लिए दो अहम बदलाव किए गए. यशस्वी जायसवाल को बतौर ओपनर जगह मिली, जबकि दिग्गज बल्लेबाज पुजारा को टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया. अब शुभमन गिल को नंबर तीन पर शिफ्ट किया गया है. विराट कोहली हालांकि नंबर चार पर खेलते रहेंगे.
नंबर पांच के लिए टीम के पास श्रेयस अय्यर ने 10 टेस्ट की 16 पारियों में 666 रन बनाए हैं. अय्यर टेस्ट में एक शतक और पांच अर्धशतक लगा चुके हैं. हालांकि चोटिल होने की वजह से अय्यर डब्लूटीसी फाइनल नहीं खेल पाए. अय्यर तेजी से अपनी फिटनेस हासिल कर रहे हैं. इस साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज में अय्यर की वापसी तय मानी जा रही है. इस बात की संभावना अधिक है कि अय्यर टीम में रहाणे की जगह लेंगे. अय्यर को टेस्ट फॉर्मेट में भविष्य के कप्तान के तौर पर भी देखा जा रहा है.