वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महेंद्र सिंह धोनी को टी-20 टीम से बाहर किए जाने के चयनकर्ताओं के फैसले का पूर्व तेज गेंदबाज अजित अगरकर ने बचाव किया है. अजित अगरकर का मानना है कि मुख्य चनयकर्ताओं ने धोनी को टी-20 टीम से बाहर रखने का सही फैसला लिया है.


अगरकर ने एमएसके प्रसाद का बचाव करते हुए कहा है कि धोनी को टीम से बाहर करने का उनका फैसला सही है. साल 2019 और 2020 में टीम को वर्ल्डकप खेलना है ऐसे में भारतीय टीम को अभी से धोनी का विकल्प तलाशने की जरूरत है. ऐसे में ऋषभ पंत जैसे युवा विकेटकीपर बल्लेबाजों को मौका मिलना चाहिए ताकि वर्ल्डकप से पहले वह अपने आप को साबित कर सके.


ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत के दौरान अगर ने टीम के चयन को लेकर भी अपनी बात रखी. अगरकर का मानना है कि सिर्फ प्रदर्शन के आधार पर ही टीम में किसी को जगह मिलनी चाहिए ना कि नाम के आधार पर है. टीम चयन में पारदर्शिता का होना बहुत जरूरी है.


हालांकि, धोनी को टीम से बाहर किए जाने के बाद मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने सफाई देते हुए कहा कि उन्हें टीम से निकाला नहीं गया है बल्कि आराम दिया गया है.


हाल के कुछ दिनों में धोनी का लिमिटेड ओवर्स में बेहद ही खराब प्रदर्शन रहा है. यही वजह है कि अब धोनी के फॉर्म को लेकर सावल खड़े होने लगे है. हालांकि फिर भी भारतीय विश्वकप टीम में धोनी की जगह पक्की समझी जा रही है.


इसमें कोई दो राय नहीं कि पिछले कुछ समय से धोनी बल्लेबाजी में खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. वे कुछ खास नहीं कर रहे हैं लेकिन विकेट के पीछे उनके अनुभव को टीम के कप्तान विराट कोहली अच्छी तरह से जानते हैं. धोनी ना सिर्फ कीपिंग बल्कि कोहली को कप्तानी और मैच के दौरान रणनीति बनाने में भी योगदान देते हैं.