पाकिस्तान क्रिकेट में पिछले कुछ दिनों से क्रिकेटर्स के कोरोना टेस्ट को लेकर नया विवाद छिड़ गया है. पाकिस्तान ने पिछले हफ्ते इंग्लैंड जाने वाले सभी 29 खिलाड़ियों के कोरोना टेस्ट करवाए थे. दिग्गज खिलाड़ी हफीज समेत 10 क्रिकेटर्स की पहली कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. लेकिन हफीज ने बिना बोर्ड की जानकारी के प्राइवेट लैब से टेस्ट करवाकर उसकी रिपोर्ट को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा है कि हफीज को ऐसा नहीं करना चाहिए था.


इससे पहले पीसीबी भी हफीज के अपनी रिपोर्ट सार्वजनिक करने के फैसले पर आपत्ति जता चुका है. पीसीबी ने शनिवार को बताया कि हफीज उन छह खिलाड़ियों में से हैं जिनका दूसरा टेस्ट निगेटिव आया है. हालांकि अभी उनका इंग्लैंड दौरे पर जाना तय नहीं है.


अख्तर ने अपने यूटयूब चैनल पर कहा, "पीसीबी ने थोड़ा मिसमैनेजमेंट किया, हमने अचानक से खिलाड़ियों की टेस्टिंग करना शुरू कर दी, अब खिलाड़ी पॉजिटिव आ रहे हैं. कोरोनावायस से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका शायद लाहौर है इसके बाद काराची. मैं कह सकता हूं कि अगर आप लगातार टेस्ट करते रहेंगे तो आपको ज्यादा से ज्यादा पॉजिटिव मामले मिलेंगे."


हफीज को नहीं भेजा गया इंग्लैंड


उन्होंने कहा, "अब जबकि टेस्ट हो चुके हैं, मेरी हफीज को सलाह यह है कि वे दोबारा टेस्ट कराएं, लेकिन उन्हें टेस्ट का परिणाम ट्विटर पर नहीं पोस्ट करना चाहिए था. उन्हें सीधे पीसीबी को यह बात बतानी चाहिए थी. आप बोर्ड से संबंध खराब नहीं कर सकते. इंग्लैंड का दौरा पाकिस्तान के लिए काफी बड़ा है. अगर हमें वहां टेस्ट सीरीज जीतनी है तो हमें वहां अपनी मजबूत टीम भेजनी चाहिए."


बता दें कि पाकिस्तान की 19 सदस्यों वाली टीम रविवार को इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना हो गई है. जिन खिलाड़ियों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है उन्हें इंग्लैंड भेजने पर बाद में विचार किया जाएगा. पाकिस्तान के सभी क्रिकेटर्स को इंग्लैंड में 14 दिन के लिए क्वारंटीन रहना होगा. दोनों देशों के बीच सीरीज अगस्त में खेली जाएगी.


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