Pakistan vs West Indies 2nd Test: विश्व क्रिकेट में पाकिस्तान की फजीहत होना कोई नई बात नहीं है. एक समय पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों की पूरी दुनिया में तूती बोलती थी, लेकिन आज आलम यह है कि उन्हें स्पिनर्स के भरोसे मैच खेलना पड़ रहा है. वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में पाकिस्तान ने स्पिन ट्रैक तैयार कराया. पहले टेस्ट में उनकी यह रणनीति सफल रही और टीम ने जीत दर्ज की, लेकिन दूसरे टेस्ट में वो अपने ही जाल में फंस गए. वेस्टइंडीज ने दूसरे टेस्ट में पाकिस्तान को 120 रनों से धूल चटाई. 35 साल बाद वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान में कोई टेस्ट मैच जीता है.
जीत की सनक में पाकिस्तान ने लगातार तीसरी बार वो किया, जो 1910 से लेकर 2024 के बीच एक बार भी नहीं हुआ था. पाकिस्तान ने लगातार तीन टेस्ट मैचों की हर पारी में स्पिनर से गेंदबाजी का आगाज कराया. ये सभी टेस्ट मैच पाकिस्तान की मेजबानी में खेले गए हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ दोनों टेस्ट मैच और पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ रावलपिंडी टेस्ट स्पिन ट्रैक पर खेले गए थे.
दूसरे टेस्ट में पाकिस्तान की शर्मनाक हार
पाकिस्तान ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट मैच तीन दिनों के भीतर जीत लिया था. लेकिन इस बार उनकी रणनीति काम नहीं आई. वेस्टइंडीज ने तीन स्पिनर्स खिलाए और वे पाकिस्तान के लिए काल बन गए. वेस्टइंडीज ने मुल्तान में खेला गया दूसरा टेस्ट मैच 120 रनों से जीता. इसके साथ ही दो मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 की बराबरी पर खत्म हुई. वेस्टइंडीज की टीम पहली पारी में सिर्फ 163 रन बना सकी थी. इसके जवाब में पाकिस्तान टीम पहली पारी में 154 रनों पर ढेर हो गई. इसके बाद वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में 244 रन का स्कोर खड़ा कर दिया और मेजबान टीम के सामने 254 रनों का लक्ष्य रखा. इसके जवाब में पाकिस्तान की टीम 133 रनों पर सिमट गई. वेस्टइंडीज के लिए स्पिनर जोमेल वरीकन (Jomel Warrican) ने मैच में 9 विकेट झटके. वहीं गुडाकेश मोती को पांच सफलता मिलीं.