'जल्दबाजी' में लिया था क्रिकेट से संन्यास का फैसला: अंबाटी रायडू
हाल ही में क्रिकेट से संन्यास के बाद फिर से वापसी का एलान करने वाले भारतीय क्रिकेटर अंबाटी रायडू का मानना है उन्होंने जल्दबाजी में संन्यास लेने का फैसला कर लिया था.
इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेकर यूटर्न लेने वाले भारतीय क्रिकेटर अंबाटी रायडू का मानना है कि उनका यह फैसला 'जल्दबाजी' भरा था. रायडू ने कहा है कि 'अच्छे लोगों' के साथ बातचीत के बाद उन्हें अपने इस फैसले को बदलना पड़ा. रायडू ने विश्व कप टीम में नहीं चुने जाने के बाद क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी थी. हालांकि फिर विश्व कप समाप्त होने के बाद उन्होंने अपने संन्यास लेने का फैसला वापस ले लिया था.
रायडू ने कहा कि संन्यास लेने के फैसले के बाद वह चेन्नई सुपर किंग्स और पूर्व खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण के संपर्क में थे.
रायडू ने कहा, "अच्छे लोगों ने मुझसे बात की थी और कहा कि यह सही समय नहीं है."
उन्होंने कहा, "चेन्नई टीम मैनेजमेंट और लक्ष्मण भाई, लगातार मुझसे बात कर रहे थे और मुझे अचानक महसूस हुआ कि उनके कहने का क्या मतलब है. मुझे लगा कि जहां तक पहुंचने के लिए मुझे 20 साल लगा है, उसे मुझे क्यों छोड़ना चाहिए."
रायडू ने कहा, "इसलिए मैंने सोचा कि मुझे खेल की तरफ लौटना चाहिए. मैं अभी फिट हूं और खेल सकता हूं. इसलिए मुझे लगता है कि संन्यास का फैसला थोड़ा जल्दबाजी में लिया गया था."
मध्यक्रम बल्लेबाज रायडू ने माना कि विश्व कप से बाहर रहना उनके लिए निराशाजनक रहा.
उन्होंने कहा, "मैं बहुत निराश था. मैंने नंबर-4 के लिए बहुत मेहनत की थी, लेकिन अंत में इस स्थान को लेकर उनके विचार ने अचानक सबकुछ बदल दिया. हो सकता है कि वे कुछ और चाहते थे. ईमानदारी से कहूं तो मैंने विश्व कप में खेलने के लिए बहुत अच्छी तैयारी की थी."