भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में अगर सीरीज़ जीत का सपना पूरा करना है तो टीम के सबसे अनुभवी स्पिनर रविचन्द्र अश्विन का बेहतरीन प्रदर्शन करना बेहद ज़रूरी है. हालांकि अब तक के आंकड़ों के मुताबिक ऑस्ट्रेलियाई सरज़मीं पर आर अश्विन बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुए हैं.


यहां पर उन्होंने 54 के बेहद खराब औसत से गेंदबाज़ी की है. लेकिन साल 2018 में पिछले साल की तुलना में उनका प्रदर्शन औसतन बेहतर रहा है. इसलिए ऐसी उम्मीद है कि वो अपनी खोई लय हासिल कर ऑस्ट्रेलिया में 71 सालों से जीत के सूखे को खत्म करने में टीम की मदद करेंगे. इस बीच ऐसी बयानबाज़ी भी होने लगी है कि अश्विन को अगर ऑस्ट्रेलिया में कामयाब होना है तो उन्हें ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लॉयन जैसी गेंदबाज़ी करनी चाहिए. इस पर अश्विन ने अब खुद प्रतिक्रिया दी है.


ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि वह आस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर नाथन लॉयन के गेंदबाजी की तारीफ करते हैं लेकिन उनके एक्शन जैसी गेंदबाजी करना मूर्खतापूर्ण होगा. अश्विन ने यहां क्रिकेट आस्ट्रेलिया एकादश के साथ खेले जा रहे चार दिवसीय अभ्यास मैच के तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही. उन्होंने कहा कि वह लॉयन के गेंदबाजी की प्रशंसा करते हैं लेकिन हर किसी का अपना-अपना तरीका होता है.


अश्विन ने कहा, "हम दोनों ने एक ही समय टेस्ट करियर की शुरूआत की थी इसलिए निश्चित रूप से हम दोनों एक-दूसरे की तारीफ करते हैं. मुझे लगता है कि उन्होंने पिछले कुछ वर्षों से काफी अच्छी गेंदबाजी की है और वह अभी भी अच्छा कर रहे हैं. क्या मैं उनसे कुछ सीख सकता हूं. एक बार सीरीज शुरू हो जाए उसके बाद हम दोनों के बीच अच्छी प्रतिस्पर्धा देखेने को मिलेगी."


उन्होंने कहा, "किसी के एक्शन जैसी गेंदबाजी करना काफी मुश्किल है. हम यहां एक्शन और बायोमेकेनिक्स की बात कर रह रहे हैं और यह उस समय पूरी तरह मूर्खतापूर्ण हो जाती है जब कोई कहता है कि यह उनके जैसी स्पिन गेंदबाजी हैं. आप इशांत शर्मा को यह नहीं कह सकते हैं ना कि आप उसे फिलेंडर जैसी गेंदबाजी करेंगे. ऐसा नहीं हो सकता है."


भारतीय ऑफ स्पिनर ने कहा, "आप अपनी ताकतों पर विश्वास करते हैं. मैंने अपने करियर में अब तक 336 के आसपास विकेट लिए हैं तो वहीं वह 300 के करीब विकेट हासिल कर चुके हैं. महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपना एक ही तरीका रखिए और कुछ चीजों को सीखिए."