Impact Player Rule: IPL 2022 के पहले हुए मेगा ऑक्शन में अमित मिश्रा, ईशांत शर्मा और पीयूष चावला जैसे भारतीय खिलाड़ी अनसोल्ड रहे थे लेकिन इस बार इन तीनों को खरीदार मिल गए. क्रिकेट एक्सपर्ट्स की मानें तो IPL 2023 में इम्पैक्ट प्लेयर नियम (Impact Player Rule) के लागू होने के कारण इन खिलाड़ियों को बिकने का मौका मिला. क्रिकेट के जानकार यह भी कह रहे हैं कि इस नियम के चलते ये वेटरन प्लेयर प्रभावी भी साबित हो सकते हैं.
पूर्व भारतीय खिलाड़ी और विशेषज्ञ दीप दासगुप्ता का मानना है कि ‘इंपैक्ट प्लेयर रूल’ उन सभी खिलाड़ियों के लिये एक वरदान है जिनका करियर ढलान पर है. उन्होंने कहा, 'मुंबई इंडियंस को वानखेड़े में पीयूष की शायद बिलकुल भी जरूरत नहीं पड़े लेकिन अगर वह चेपक में खेलेंगे तो उसकी जरूरत पड़ सकती है. वहां पीयूष अपनी गेंदबाजी से अंतर पैदा कर सकते हैं.'
गौतम गंभीर के साथ काम कर चुके घरेलू टीम के एक कोच ने गोपनीयता की शर्त पर PTI से कहा, 'अमित मिश्रा IPL में सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले टॉप तीन गेंदबाजों में शामिल है. हां, वह 40 साल के हो चुके हैं और वह अच्छे फील्डर भी नहीं हैं लेकिन आपको पूरे समय के लिये उन्हें प्लेइंग-11 में रखने की जरूरत नहीं है. गौतम गंभीर कुछ मैचों में मिश्रा को ‘इंपैक्ट’ खिलाड़ी के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं.'
चार भारतीय वेटरन खिलाड़ी बेस प्राइस में बिके
अमित मिश्रा को लखनऊ सुपर जायंट्स ने, ईशांत शर्मा को दिल्ली कैपिटल्स ने, पीयूष चावला को मुंबई इंडियंस ने और मोहित शर्मा को गुजरात टाइटंस ने खरीदा है. यह सभी खिलाड़ी बेस प्राइस (50 लाख) में बिके हैं. IPL में एक समय यह चारों गेंदबाज लीड गेंदबाजों के तौर पर जाने जाते थे.
क्या है इम्पैक्ट प्लेयर नियम?
इसके तहत टीमें रणनीतिक तौर पर अपने किसी एक खिलाड़ी को सब्स्टिट्यूट के तौर पर मैदान में उतार सकेगी. इस नियम के तहत टीमों को टॉस के वक्त अपनी प्लेइंग-11 का एलान करने के साथ-साथ चार सब्स्टिट्यूट बताने होते हैं. टीमें इन चार में से केवल एक सब्स्टिट्यूट का उपयोग कर सकेंगी. मैच के किसी भी पारी के 14वें ओवर तक टीमें सब्स्टिट्यूट को मैदान पर भेज सकती है.
इसके लिए मैदान पर मौजूद अंपायर या फोर्थ अंपायर को ओवर खत्म होने पर जानकारी देना होगी. कप्तान/हेड कोच/टीम मैनेजर में से कोई भी एक यह बात अंपायर को बता सकेगा. जिस खिलाड़ी के बदले नए खिलाड़ी को भेजा जाएगा, वह खिलाड़ी फिर पूरे मैच से बाहर ही रहेगा यानी वह फील्डिंग करते हुए भी नहीं देखा जा सकेगा.
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