भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली आईसीसी के तीन प्रमुख पुरस्कार जीतने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं. कोहली ने साल 2018 में किए अपने दमदार प्रदर्शन के कारण मंगलवार को यहां आईसीसी मेंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर (सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी), आईसीसी मेंस टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर और आईसीसी मेंस वनडे प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब अपने नाम किया.


क्रिकेट इतिहास में यह पहला मौका है, जब किसी क्रिकेटर को एक ही साल यह तीनों प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना गया हो. विराट कोहली ने ये बड़ा इतिहास रचा लेकिन ये जानना भी जरूरी है कि इसके पीछे साल 2018 में उन्होंने क्या किया कि उन्हें आईसीसी ने इतने बड़े पुरस्कार के लिए चुना लिया.


साल 2018 में विराट का पूरा प्रदर्शन:
उन्होंने पिछले साल खेले गए 13 टेस्ट मैचों में 55.08 की औसत से 1,322 रन बनाए जबकि 14 वनडे में 133.55 के दमदार औसत से 1,202 रन जड़े. कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में पिछले साल पांच शतक लगाए, जबकि वनडे में उनके नाम छह शतक रहे. इतना ही नहीं वो साल 2018 में टेस्ट और वनडे में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ी रहे. टी20 क्रिकेट में भी उन्होंने 211 रन बनाए.


वो उन दो बल्लेबाज़ों में से एक रहे जिन्होंने पिछले साल 1000 से अधिक रन बनाए. वहीं वनडे में ऐसा करने वाले तीन में से एक रहे.


विदेश में टेस्ट में हर टीम के खिलाफ बेस्ट:
साल 2018 में विराट ने किसी एक टीम या सिर्फ घर में ही नहीं बल्कि हर देश के खिलाफ अपने बल्ले का जौहर दिखाया. उन्होंने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ खेले सिर्फ 2 टेस्ट मैचों को छोड़ पूरे साल विदेश में मैच खेले और रन बनाए. जहां रन बना पाना सबसे मुश्किल होता है. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में परेशान किया.


किस टीम के खिलाफ कैसा प्रदर्शन:
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विराट ने 3 टेस्ट में 47.66 के औसत से 1 शतक और एक 1 अर्धशतक के साथ 286 रन बनाए. वहीं इंग्लैंड के खिलाफ इंग्लैंड में 5 टेस्ट मैचों में उनके बल्ले से 59.30 के औसत से 593 रन निकले. इसके बाद वेस्टइंडीज़ के खिलाफ तो उन्होंने 92 के लाजवाब औसत से 184 रन जोड़ दिए.


वहीं आखिर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2018 में उन्होंने 3 मैचों में 43 के शानदार औसत से 259 रन जोड़े. इसमें भी एक शतक और एक अर्धशतक शामिल रहा.


वनडे में भी कर दिया कमाल:
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तो वनडे में उन्होंने 186 के अविश्वसनिय औसत से 558 रन जोड़ दिए. उन्होंने यहां 3 शतक औक 1 अर्धशतक जड़ा. इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 63 के बेहतरीन औसत से 191 रन बनाए. जिसमें 2 अर्धशतक रहे. वहीं वेस्टइंडीज़ के खिलाफ तो उन्होंने 151 के औसत से 453 रन जोड़ दिए. इसमें 3 शतक शामिल रहे.


इतना ही नहीं विराट कोहली इस पुरस्कार के अकेले हकदार इसलिए भी थे क्योंकि वो लिस्ट में अपने बाद के बाकी बल्लेबाज़ों से बेहद आगे रहे. टेस्ट में उनके 1322 रनों के बाद दूसरे नंबर पर कुसल मेंडिस 1023 रनों के साथ बहुत पीछे हैं. वहीं इंग्लैंड के कप्तान जो रूट तो 1000 रन भी पूरे नहीं कर सके. उन्होंने 948 रन बनाए.


वहीं वनडे में जहां भारतीय कप्तान ने 1202 रन बनाए. वहीं दूसरे नंबर पर उनके ही हमवतन रोहित शर्मा ने 1030 रन बनाए. वो भी विराट से लगभग 200 रन पीछे हैं.


टेस्ट हो या वनडे, भारतीय हों या विदेशी. खिलाड़ियों के साथ प्रदर्शन की रेस में विराट इतना आगे निकल जाते हैं कि फिर उन्हें चेज़ कर पाना किसी भी बल्लेबाज़ के लिए आसान नहीं रहता.