Ranji Trophy: हनुमा विहारी ने चोटिल होने के बावजूद एक हाथ से की बैटिंग, बताया दर्द के बाद भी क्यों खेले
Hanuma Vihari: रणजी ट्रॉफी में खेले जा चौथे रहे क्वार्टर-फ़ाइनल मैच में आंध्र प्रदेश के कप्तान हनुमा विहारी ने एक हाथ से बल्लेबाज़ी की थी. अब विहारी ने बताया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया था.
Hanuma Vihari Andhra Pradesh: रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश के बीच खेले जा रहे चौथे क्वार्टर-फ़ाइनल मैच में आंध्र प्रदेश के कप्तान हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) अपनी चोट के चलते लेफ्ट हेंड एक हाथ से बैटिंग करते हुए दिखाई दिए थे. आंध्र प्रदेश की पहली पारी के दौरान कप्तान विहारी चोटिल हुए थे. मध्य प्रदेश के तेज़ गेंदबाज़ आवेश खान (Avesh Khan) की बाउंसर से उनकी कलाई में चोट लगी थी. बाद में पता चला था कि उनकी कलाई टूट गई (फ्रैक्चर) है. टीम का 9वां विकेट गिरने के बाद विहारी बल्लेबाज़ी के लिए मैदान पर आए थे.
टूटी कलाई के साथ क्यों की बल्लेबाज़ी? खोला राज़
हनुमा विहारी ने इस बारे में बात करते हुए बताया, “जब विकेट गिर रहे थे, तब मुझे कुछ आइडिया नहीं था, ‘क्यों न एक हाथ से लेफ्ट हैंडेड बल्लेबाज़ी की जाए? आप कभी नहीं जानते, भले ही मैंने 10-15 गेंदों का सामना किया, अगर यह 10 अतिरिक्त रन है, तो यह मायने रखेगा. एक उदाहरण सेट करना मेरा मुख्य इरादा था. अगर मैं हार मान जाता, तो टीम स्प्रिट नीचे चली जाएगी.”
विहारी ने पहली पारी में 57 गेंदों में 27 रनों की पारी खेली थी. इसमें वो पहले 37 गेंदों में 16 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हो गए थे. इसके बाद उन्होंने अपनी टूटी कलाई के साथ 37 गेंदों में 16 रन बनाए थे.
अब तक क्या रहा मैच का हाल
इस मैच में मध्य प्रदेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया. पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी आंध्र प्रदेश की टीम 379 रन बोर्ड पर लगाए. जवाब में मध्य प्रदेश अपनी पहली पारी में 228 रनों पर सिमट गई. इसके बाद अपनी दूसरी पारी के लिए बल्लबेज़ी करने उतरी आंध्र प्रदेश 100 रनों का आंकड़ा भी पार नहीं कर सकी और 93 रनों पर ही ऑलआउट हो गई. आज मैच का तीसरा दिन है और अब मध्य प्रदेश को जीत के लिए 245 रनों की दरकार है.
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