भारतीय क्रिकेट में अर्जुन तेंदुलकर का भविष्य कैसा होगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का बेटा होना उनके पूरे करियर को तौलता रहेगा. हालाकि क्रिकेट के मैदान पर कदम रखने से पहले ही वो भारत में लोकप्रिय हो चुके थे और हर कोई जानना चाहता है कि वो किस तरह का और किस तरह से क्रिकेट खेलते हैं. शुरुआती दौर में अगर देखें तो अर्जुन ने क्रिकेट का वो रास्ता नहीं अपनाया जो सचिन ने अपनाया था. सचिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलते हुए भारतीय टीम में शामिल हुए थे वो भी 16 साल की उम्र में. लेकिन अर्जुन विराट कोहली,युवराज सिंह और शिखर धवन वाले रास्ते पर चलते हुए अपना करियर बनाने में लगे हैं. अर्जुन को पहली बार भारतीय अंडर 19 टीम में चुना गया है और वो टीम इंडिया की जर्सी में श्रीलंका का दौरा करेंगे.


अर्जुन की शैली
अर्जुन बाएं हाथ के खिलाड़ी हैं, एक तेज गेंदबाज जो लगभग 135 किमी की रफ्तार से गेंद फेंकते हैं. लेट स्विंग पर वो ज्यादा फोकस रखते हैं ताकि बल्लेबाज ज्यादा परेशान हों. इंग्लैंड में उनकी गेंद से जॉनी बेयरस्टो घायल भी हुए थे क्योंकि गेंद लेट स्विंग करते हुए उनके एंकल से जा लगी थी. अर्जुन एक ऑलराउंडर बनना चाहते हैं लेकिन अभी उनकी बल्लेबाजी में ठहराव नहीं आया है और वो लोअर मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करते हैं.


अर्जुन के पीछे कौन
अपनी गेंदबाजी को और बेहतर बनाने के लिए अर्जुन जिनसे शिक्षा ले रहे हैं वो कोच के साथ-साथ बायोमैकेनिक्स एक्स्पर्ट हैं. मतलब साफ है कि अर्जुन नए जमाने के साथ क्रिकेट में आगे बढ़ रहे हैं. जहां उन्हें गेंदबाजी में सुधार के लिए हर एंगल की जानकारी मिलती है. कोच अतुल गायकवाड अर्जुन को गेंद फेंकने से लेकर फॉलो थ्रू तक और एक्शन से लेकर एंगल तक पर ध्यान रखतें हैं. अर्जुन ने ये सब तब शुरू किया जब 2016-17 में उन्हें दो बार चोट के कारण 10 महीने के लिए क्रिकेट से दूर रहना पड़ा था. इनके अलावा उन्हें विदर्भ के बॉलिंग कोच रहने वाले सुब्रतो बनर्जी भी उन्हें ट्रेनिंग दे रहे हैं.


19 विकेट ने दिलाई टीम में जगह
अर्जुन काफी समय से क्रिकेट खेल रहे हैं और कभी-कभी सुर्खियों में भी रहे. लेकिन 2017-18 के कूच विहार टूर्नामेंट ने उन्हें नई पहचान दी. ये वही टूर्नामेंट में है जहां कभी युवराज सिंह और महेन्द्र सिंह धोनी पहली बार सुर्खियों में आए थे. अर्जुन ने इस टूर्नामेंट में पांच मैच खेले और 19 विकेट झटके. जिसमें दो बार पांच विकेट भी शामिल है. इसके अलावा पिछले साल एडिलेड में क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया की ओर से खेलते हुए उन्होंने बतौर सलामी बल्लेबाज 27 गेंद पर 48 रनों की पारी खेली और चार विकेट भी झटके.


विश्व कप नहीं खेल पाएंगे अर्जुन
श्रीलंका के खिलाफ दो चार दिवसीय मुकाबले के लिए अंडर 19 टीम में आए अर्जुन कभी अंडर 19 विश्व कप नहीं खेल पाएंगे. उनके विश्व कप खेलने की उम्मीद खत्म हो चुकी है क्योंकि 2020 में होने वाले विश्व कप के लिए चयन सीमा से पहले वो 20 साल के हो जाएंगे. हालाकि वो एक साल तक अभी अंडर 19 टीम में रहेंगे.