दोहरा शतक लगाने के बाद कुक ने कहा- टीम से बाहर भी हो सकता था
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज एलेस्टेयर कुक ने एशेज सीरीज के चौथे टेस्ट में दोहरा शतक लगा कर आलोचकों को करारा जवाब दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि लंबे समय से खराब फॉर्म के कारण चयनकर्ताओं के पास उन्हें टीम से बाहर करने का विकल्प था.
मेलबर्न: इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज एलेस्टेयर कुक ने एशेज सीरीज के चौथे टेस्ट में दोहरा शतक लगा कर आलोचकों को करारा जवाब दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि लंबे समय से खराब फॉर्म के कारण चयनकर्ताओं के पास उन्हें टीम से बाहर करने का विकल्प था.
कुक के नाबाद 244 रन के कारण इंग्लैंड ने चौथे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया पर 164 रन की बढ़त ले ली और अभी दो दिन का खेल बाकी है. इस मैच से पहले 33 साल के कुक ने मौजूदा सीरीज की छह पारियों में महज 83 रन बनाए थे.
कुक ने अगस्त में वेस्टइंडीज के खिलाफ एजबेस्टन में 243 रन की पारी का जिक्र करते हुये कहा, ‘‘उनके (चयनकर्ताओं) पास मुझे टीम से बाहर करने का अधिकार था क्योंकि एजबेस्टन टेस्ट के बाद मैंने रन नहीं बनाये थे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे हमेशा लगा की चयनकर्ताओं ने मेरा साथ दिया लेकिन इसके लिए आपको प्रदर्शन करना होगा और मैं इस दौरे पर ऐसा नहीं कर सका था. यह मेरे लिये भी काफी निराशाजनक था.’’
दिन का खेल खत्म होने तक उन्होंने क्रीज पर 634 मिनट बिताये और 409 गेंद का सामना किया. ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने हालांकि 66 और 153 के स्कोर पर उनका कैच छोड़ा.
कुक ने अपनी पारी के दौरान कई रिकॉर्ड भी बनाए. उन्होंने मेलबर्न में किसी विदेशी बल्लेबाज के द्वारा सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया. इससे पहले यह रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के विव रिचर्ड्स के नाम था जिन्होंने 1984 में 208 रन की पारी खेली थी.
वह अपनी पांचवी दोहरी शतकीय पारी के बाद टेस्ट मैचों में रन बनाने के मामले में वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा से आगे निकल कर छठे स्थान पर आ गए है. लारा ने 11953 रन बनाए थे जबकि कुक के 11,956 रन हो गए हैं.