Ashes 2021: पिंक बॉल टेस्ट से पहले जेम्स एंडरसन ने ऑस्ट्रेलिया को दी चेतावनी, कहा- भारत की तरह करेंगे वापसी
जेम्स एंडरसन ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया में भारत 36 रन पर ऑलआउट हुआ था, लेकिन फिर भी उन्होंने बेहतरीन वापसी की और सीरीज जीती. इसलिए हम जानते हैं कि यह संभव है. लेकिन हमें गलतियों को सुधारने की जरूरत होगी."
James Anderson Says Will Return Like India: इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने गुरुवार से एडिलेड ओवल में शुरू होने वाले दूसरे एशेज टेस्ट से पहले अपनी टीम के खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि जिस तरह से इस साल की शुरुआत में भारत ने ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2-1 से जीतकर वापसी की थी, वैसे ही हम भी वापसी कर सकते हैं.
ब्रिस्बेन टेस्ट में नौ विकेट से हारने के बाद इंग्लैंड पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 0-1 से पीछे है. बता दें कि भारत ने अपने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार मैचों की टेस्ट सीरीज़ के पहले टेस्ट में सिर्फ 36 रनों पर ऑल आउट होने के बा दमदार वापसी करते हुए 2-1 से सीरीज़ जीती थी.
द टेलीग्राफ में एंडरसन ने बुधवार को लिखा, "यहां (ऑस्ट्रेलिया में) भारत 36 रन पर ऑलआउट हो गया था, लेकिन फिर भी उन्होंने बेहतरीन वापसी की थी और सीरीज में जीत हासिल की. इसलिए हम जानते हैं कि यह संभव है. हमें कड़ी मेहनत के साथ बल्ले से की गई गलतियों को सुधारने की जरूरत होगी."
एंडरसन ने आगे लिखा, "हम जानते हैं कि हमने ब्रिस्बेन में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था और मैं केवल इतना कह सकता हूं कि इस बार चीजें अलग होंगी. हमारे पास संभावित रूप से विरोधी टीम की तुलना में बेहतर खिलाड़ी हैं, जिन्होंने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया की यात्रा की है. हम जानते हैं कि हम क्या हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं. हर कोई टीम में अपनी भूमिका जानता है और हम जानते हैं कि ऑस्ट्रेलिया को हरा सकते हैं."
39 वर्षीय खिलाड़ी ने पहला टेस्ट नहीं खेलने पर निराशा व्यक्त की. उन्होंने कहा, "पहला टेस्ट नहीं खेलना बहुत निराशाजनक था. जब मैंने पिच को देखा तो मैं गेंदबाजी के लिए उत्सुक था. ऐसी पिच पर एक सीमर के रूप में आप खेलना पसंद करेंगे. साथ ही स्टुअर्ट ब्रॉड भी खेलने के लिए बेताब थे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ."
टेस्ट क्रिकेट में बतौर तेज गेंदबाज सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले जेम्स एंडरसन ने कहा कि पिछले मैच की बात करके अब कोई फायदा नहीं है, क्योंकि ब्रॉड ने एडिलेड टेस्ट की तैयारी के लिए नेट्स में कड़ी मेहनत की थी.