Ashes 2023: ऑस्ट्रेलिया ने तोड़ा 'बैजबॉल' का गुरूर, इन बड़ी गलतियों के चलते पहला टेस्ट हारा इंग्लैंड
England vs Australia: एशेज 2023 के पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड टीम पर उनकी बैजबॉल रणनीति भारी पड़ती दिखी. एजबेस्टन टेस्ट मैच में इंग्लिश टीम को 2 विकेट से करीबी हार का सामना करना पड़ा.
Ashes 2023, England vs Australia: ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ एशेज 2023 सीरीज का शानदार तरीके से आगाज किया है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में भारत के खिलाफ जीत हासिल करने के बाद कंगारू टीम का आत्मविश्वास पहले से ही बढ़ा हुआ था. पैट कमिंस की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड की नई बैजबॉल रणनीति का घमंड भी पहले टेस्ट मुकाबले में तोड़ने का काम किया. एजबेस्टन टेस्ट को ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट से अपने नाम करते हुए सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली है.
इंग्लैंड की टीम बेन स्टोक्स की कप्तानी में उसी बैजबॉल रणनीति के साथ मैदान पर खेलने उतरी जिसमें वह पिछले 1 साल से बेहद सफल रहे. इंग्लिश बल्लेबाजों ने आक्रामक तरीके से रन बनाने की कोशिश की. लेकिन इसमें वह अपना विकेट भी गंवा बैठे. इसका खामियाजा इंग्लैंड को हार के रूप में चुकाना पड़ा. हम आपको ऐसी 4 गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी वजह से इंग्लैंड को इस मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा.
1 – पहली पारी को जल्दी घोषित कर देना
टेस्ट मैच के पहले दिन ही अपनी पारी को घोषित करना इंग्लैंड टीम की नई बैजबॉल रणनीति का हिस्सा माना जा सकता है. एजबेस्टन टेस्ट मैच में भी कप्तान बेन स्टोक्स कुछ ऐसा ही करते हुए दिखाई दिए. जब दिन के आखिरी सत्र में उन्होंने टीम की पहली पारी को 8 विकेट के नुकसान पर 393 रन बनाकर घोषित कर दी.
उस समय जो रूट शतक अपना शतक पूरा करने के बाद बल्लेबाजी कर रहे थे. इंग्लैंड की टीम आसान से अपनी स्कोर 400 के पार पहुंचा सकती थी. लेकिन कप्तान स्टोक्स ने पारी घोषित कर सभी को चौंका दिया. इसका खामियाजा यह हुआ कि इंग्लैंड की टीम पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिर्फ 7 रनों की बढ़त हासिल करने में कामयाब हो सकी.
2 – उस्मान ख्वाजा के खिलाफ नहीं दिखी कोई रणनीति
इंग्लैंड टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया की तरफ से किसी एक बल्लेबाज ने दोनों पारियों में सबसे ज्यादा परेशान किया तो वह उस्मान ख्वाजा थे. जिन्होंने इस टेस्ट मैच में बल्ले से कुल 201 रन बनाए. इंग्लैंड की टीम ने स्टीव स्मिथ और मार्नश लाबुशेन के खिलाफ रणनीति तो बनाई. लेकिन उनके गेंदबाज ख्वाजा के आगे बेबस नजर आए. ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए पिछले 2 सालों में ख्वाजा सबसे अहम बल्लेबाजों में से एक रहे हैं. ऐसे में उनके खिलाफ इंग्लिश गेंदबाजों को बेहतर रणनीति के साथ मैदान पर उतरना चाहिए था.
3 – प्रमुख स्पिन गेंदबाज की दिखी साफतौर पर कमी
एजबेस्टन टेस्ट मैच में इंग्लैंड की टीम में प्रमुख स्पिन गेंदबाज की कमी साफतौर पर देखने को मिली. अचानक टेस्ट क्रिकेट संन्यास को बीच में खत्म करके वापसी करने वाले मोईन अली पर बॉलिंग का दबाव साफतौर पर देखने को मिला. उंगली चोटिल होने की वजह से मोईन अधिक प्रभावी भी नहीं दिखे. ऐसे में दूसरे टेस्ट मैच में पहले इंग्लैंड को अपनी टीम में एक विशेषज्ञ स्पिन गेंदबाज शामिल करने का विचार करना चाहिए.
4 – बल्लेबाजों ने गलत समय पर गंवा दिए अपने विकेट
पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड के कई बल्लेबाजों ने शुरुआत तो काफी अच्छी की लेकिन तेजी से रन बनाने के चक्कर में वह अपना विकेट गंवा बैठे. हैरी ब्रूक के बल्ले से 32 और 46 रनों की पारी देखने को मिली. लेकिन वह किसी एक पारी में बड़ा स्कोर बनाने से चूक गए. इसका असर इंग्लैंड के स्कोर पर भी देखने को मिला.
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