नई दिल्ली: मेलबर्न में खेले गए एशेज के चौथे टेस्ट का अंत कप्तान स्टीन स्मिथ के रिकॉर्ड नाबाद शतक के साथ हुआ. स्मिथ ने नाबाद 102 रनों की पारी खेल इंग्लैंड की उम्मीदों को तगड़ा झटका दिया. पहले तीन टेस्ट को जीतकर ऑस्ट्रेलिया पहले ही सीरीज अपने नाम कर चुका है. स्मिथ ने एक बार फिर रिकॉर्ड पारी खेल साबित किया कि क्यों उन्हें वर्तमान समय का सबसे बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाज कहा जाता है.


सचिन को छोड़ा पीछे


स्मिथ ने मैच की तीसरी पारी में शतक लगा कर एक बार फिर टीम को मुश्किल से बाहर निकाला. स्मिथ के करियर का यह 23वां शतक था इस शतक के साथ एक और रिकॉर्ड स्मिथ अपने नाम कर गए. स्मिथ सबसे तेज 23 शतक लगाने के मामले में पाकिस्तान के मोहम्मद युसूफ और भारत के सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ते हुए तीसरा स्थान हासिल किया. स्मिथ ने 110 पारी में 23वां शतक लगाया जबकि युसूफ ने 122 और सचिन ने 123 पारी में लगाया था. इस लिस्ट में सबसे ऊपर सर बॉन ब्रेडमैन हैं जिन्होंने महज 59 पारी में करियर का 23वां शतक लगाया था जबकि दूसरे नंबर पर भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर हैं. उन्होंने 109 पारी में 23वां शतक लगाया था.


रन मशीन बने स्मिथ


एक बार स्मिथ टेस्ट क्रिकेट में रन मशीन बने. उन्होंने साल का अंत 76.76 की औसत से सर्वाधिक 1305 रनों के साथ किया इस दौरान एक दोहरे शतक के साथ कुल 6 शतक लगाए. वहीं एक कैलेंडर वर्ष में दो बार छह शतक लगाने वाले रिकी पोंटिंग के रिकॉर्ड की भी उन्होंने बराबरी कर ली. ये चौथा साल है जब उन्होंने 1000 से ज्यादा टेस्ट रन बनाए. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में स्मिथ ऐसे पहले बल्लेबाज बन गए हैं जिन्होंने लगातार चौथे साल 70 से अधिक की औसत से 1000 या उससे ज्यादा रन बनाए. आज तक कोई भी बल्लेबाज ऐसा नहीं कर पाया.


ब्रेडमैन के बाद एशेज में नया धमाका


स्टीव स्मिथ ने अब तक खेले चार टेस्ट मैच में तीन शतक लगाए हैं और वो बतौर कप्तान एक एशेज में तीन शतक लगाने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं. ब्रेडमैन ने 1938 में तीन शतक लगाए थे. इतना ही नहीं स्मिथ अब मेलबर्न में लगातार चार टेस्ट शतक लगाने वाले डॉन ब्रेडमैन के बाद अकेले बल्लेबाज हो गए हैं.