मुंबई: भारतीय कप्तान विराट कोहली को न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 और श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए आराम दिया जा सकता है जबकि स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट टीम में वापसी तय है. इन दोनों को वनडे से पिछले कुछ समय से ‘आराम’ दिया गया था.
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत तीन टी20 मैच खेलेगा. वहीं श्रीलंका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 16 नवंबर से शुरू होगी. भारतीय टीम इंग्लैंड में चैंपियन्स ट्रॉफी के बाद लगातार खेल रही है और टीम प्रबंधन खिलाड़ियों को थकान से बचाने के लिये रोटेशन की नीति अपना रहा है. लेकिन कोहली लगातार सभी प्रारूपों में खेल रहे हैं.
यह मानते हुए कि कोहली न्यूजीलैंड के खिलाफ तीनों वनडे मैच में खेलेंगे और तब तक भारतीय कप्तान के नाम पर जून 2017 से तीन टेस्ट, 23 वनडे और तीन टी20 मैच दर्ज हो जाएंगे.
अगर कोहली को श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज को ध्यान में रखकर टी20 सीरीज से आराम दिया जाता है तो फिर रोहित शर्मा टीम की अगुवाई करेंगे. अगर कोहली न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज खेलते हैं तो फिर उन्हें श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज से आराम दिया जा सकता है क्योंकि इसके बाद भारतीय टीम को साउथ अफ्रीकी दौरे पर जाना है.
टेस्ट टीम की बात करें तो स्पिनर अश्विन और जडेजा का टेस्ट टीम में जगह बनाना तय है. उन्हें श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ सीमित ओवरों की लगातार तीन सीरीज में नहीं चुना गया. चयनकर्ताओं ने पहले कहा था कि अश्विन और जडेजा को आराम दिया गया है लेकिन अश्विन ने इस बीच छह प्रथम श्रेणी मैच खेले जिनमें चार काउंटी और दो रणजी मैच शामिल हैं.
जडेजा ने केवल एक मैच सौराष्ट्र की तरफ से खेला और उसने दोहरा शतक जड़ने के अलावा सात विकेट भी लिये.
टेस्ट विशेषज्ञ जेसे चेतेश्वर पुजारा, ऋद्धिमान साहा की टीम में वापसी होगी. मुरली विजय अगर फिट रहते हैं तो वह भी केएल राहुल के साथ वापसी करेंगे. कुलदीप यादव को तीसरे विशेषज्ञ स्पिनर के रूप में टीम में रखा जा सकता है.
मोहम्मद शमी और उमेश यादव को भी टेस्ट टीम में रखा जाना तय है. रोटेशन नीति को ध्यान में रखते हुए टी20 टीम में हालांकि कुछ बदलाव हो सकते हैं. आशीष नेहरा दिल्ली में एक नवंबर को पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के बाद संन्यास ले लेंगे. उनके स्थान पर अगले दो मैचों के लिये जयदेव उनादकट या बासिल थम्पी को टीम में रखा जा सकता है.
यह देखना होगा कि सीमित ओवरों में लगातार खेल रहे भुवनेश्वर कुमार को आराम दिया जाता है या नहीं.