कोरोना वायरस की वजह से क्रिकेट में बदलाव होना तय है. आईसीसी क्रिकेट कमेटी नियमों में बदलाव की शुरुआत करते हुए गेंद पर सलाइवा का इस्तेमाल रोकने की सिफारिश कर चुका है. इस सिफारिश के बाद क्रिकेट के दोबारा शुरू होने पर गेंदबाजों के लिए समस्या खड़ी होना तय है. टीम इंडिया के स्टार स्पिनर अश्विन ने गेंदबाजों के सलाइवा इस्तेमाल को आदत का हिस्सा बताया है. साथ ही अश्विन का कहना है कि सलाइवा का इस्तेमाल रोकने के लिए उन्हें प्रैक्टिस की जरूरत पड़ेगी.


अश्विन ने कहा, टटमैं नहीं जानता कि मैं अब कब मैदान पर उतरूंगा. सलाइवा इस्तेमाल करना मेरे लिये स्वाभाविक है. इसके इस्तेमाल से बचने के लिए प्रैक्टिस की जरूरत पड़ेगी. लेकिन मुझे लगता है कि अगर हमें साथ में रहना होगा, जो कि मानव जाति के डीएनए में है, तो हमें कोशिश करनी होगी और इसे अपनाना होगा.''


कैरम बॉल के बारे में अश्विन ने कहा कि उन्हें अपने अस्त्रों में इस गेंद को जोड़ने में चार साल का समय लगा. उन्होंने कहा, ''यह इन वैरीएशन के साथ लगातार काम करने और इससे निराश होने से जुड़ा है. कल्पना कीजिए कि आप अपनी बीच की उंगली से कैरम खेल रहे हों और उतने वजन की क्रिकेट गेंद को धक्का देने की कोशिश कर रहे हैं जिसे कम नहीं किया जा सकता है. आप इसे पूरे जोर से धकेलकर स्पिन हासिल करने की कोशिश करते हो.''


अश्विन भारत के सबसे कामयाब स्पिनर्स में शुमार हैं. अश्विन ने अब तक 71 टेस्ट मैच खेलते हुए 365 विकेट हासिल किए हैं. मौजूदा समय में अश्विन सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले टॉप पांच गेंदबाजों में शुमार हैं.


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