कानपुरः न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले दिन 9 विकेट गंवाने के बाद आज जल्द ही भारतीय गेंदबाज़ों पर टीम इंडिया का दारोमदार आ सकता है. इस खास मौके पर टीम इंडिया की नज़र अपने स्टार स्पिनर पर होगी इसके साथ ही तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में आज टीम इंडिया के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के पास इतिहास रचने का सुनहरा मौका आ गया है. भारत के 500वें टेस्ट में अश्विन सबसे तेज 200 टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन सकते हैं.



कौन है सबसे आगे – 



टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 200 विकेट लेने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन स्पिनर क्लैरी ग्रीमेट के नाम है. 15 फरवरी 1936 को उन्होंने अपने 36वें टेस्ट में 200 विकेट का आंकड़ा पार किया था. ग्रीमेट ने अपने करियर में 37 टेस्ट मैच में 216 विकेट झटके.



वेस्टइंडीज में बारिश ने दिया धोखा –



अश्विन ये कारनामा वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में ही कर सकते थे लेकिन बारिश और फिर बाद में खराब आउटफील्ड ने अश्विन को सबसे तेज 200 विकेट लेने से रोक दिया.



सात विकेट दूर अश्विन – 



इस इतिहास की बराबरी अश्विन अपने 36वें मैच में ही कर सकते थे लेकिन बारिश ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया. अब अश्विन के पास 37वें मैच में 200 विकेट के जादुई आंकड़े को छूने का सुनहरा मौका है. अगर अश्विन दो पारी में सात या इससे अधिक कीवी बल्लेबाजों को आउट करते हैं तो वो सबसे तेज 200 विकेट लेने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज बन जाएंगे.



भज्जी को छोड़ेंगे पीछे – 



भारत के लिए सबसे तेज 200 टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड टीम इंडिया से बाहर चल रहे ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के नाम है. भज्जी ने कुंबले के 47 मैच में बनाए रिकॉर्ड से एक मैच पहले (46) इसे तोड़ा था. 2005 में भज्जी ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 200 का आंकड़ा पार किया था. अब 11 साल बाद अश्विन इस रिकॉर्ड को तोड़ने के करीब हैं.



पिच देगी अश्विन का साथ –



पहले टेस्ट मैच के लिए तैयार कानपुर का ग्रीन पार्क मैदान स्पिनरों का मददगार रहा है. कप्तान विराट कोहली भी पिच में दरार चाहते हैं ताकि स्पिनरों को मदद मिले. अगर पिच अश्विन का साथ देती है तो ये भारतीय क्रिकेट इतिहास का सबसे यादगार पल होगा. जब 500वें टेस्ट के खुशी में अश्विन सबसे बड़ा इतिहास रचेंगे.