एशिया कप के सुपर फोर में मंगलवार को भारत का सामना अफगानिस्तान से है. मुकाबले में सिर्फ औपचारिकता ही बची है क्योंकि भारतीय टीम पहले ही फाइनल में पहुंच चुकी है जबकि अफगानिस्तान टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है. लेकिन मुकाबला शुरु होते ही मैच बेहद खास बन गया. अपनी कप्तानी में भारत को हर बड़े खिताब दिलाने वाले महेन्द्र सिंह धोनी दो साल बाद भारतीय टीम के कप्तान के रूप में मैदान पर उतरे.


धोनी ने 696 दिन के बाद भारत की कप्तानी की है. इससे पहले 2016 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 29 अक्टूबर को उन्होंने आखिरी बार टीम की कमान संभाली थी. इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज शुरु होने से पहले धोनी ने कप्तान छोड़ दी थी जिसके बाद विराट कोहली तीनों फॉर्मेट में टीम के कप्तान बने थे.


भारत ने इस मुकाबले में टूर्नामेंट के लिए बनाए गए कप्तान रोहित शर्मा और उप कप्तान शिखर धवन को आराम दिया जिसके कारण धोनी ने टीम की कमान संभाली. दूसरी तरफ भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और युजवेंद्र चहल को भी आराम दिया गया है.


धोनी के लिए ऐतिहासिक वनडे
टॉस के लिए मैदान पर आते ही धोनी ने वनडे क्रिकेट में नया इतिहास रच दिया. धोनी विश्व क्रिकेट में 200 मैचों में कप्तानी करने वाले भारत के पहले और विश्व के तीसरे कप्तान बन गए. वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक मैच में कप्तानी करने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग के नाम है उन्होंने 230 मैच में टीम की कप्तानी की जबकि दूसरे नंबर पर 218 मैच के बाद न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग का नंबर आता है.


इससे पहले धोनी ने 199 वनडे में भारत को 110 मैचों में जीत दिलाई जबकि 74 मुकाबलों में उन्हें हार मिली. धोनी विश्व के अकेले कप्तान हैं जिन्होंने आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जीती. 2007 में उनकी कप्तानी में भारत टी 20 चैंपियन बना था जबकि 2011 में धोनी की कप्तानी में भारत ने वनडे वर्ल्ड कप जीता था. धोनी ने 2013 में अपनी कप्तानी में भारत को चैंपियन्स ट्रॉफी का खिताब दिलाया था.