एशिया कप के सुपर फोर के रोमांचक मुकाबले में भारत और अफगानिस्तान का मुकाबला टाई हो गया. अफगानिस्तान के द्वारा दिए गए 253 के जवाब में भारतीय टीम एक गेंद पहले 252 रन बनाकर ऑल आउट हो गई. भारतीय टीम पहले ही फाइनल में पहुंच चुकी थी लेकिन टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी अफगानिस्तान के लिए यह मुकाबला किसी जीत से कम नहीं है.


अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मोहम्मद शहजाद की 124 और मोहम्मद नबी की 64 मैचों की पारी के दम पर भारत के सामने 253 रनों का लक्ष्य रखा था. जबाव में भारतीय टीम 49.5 ओवरों में 252 रनों पर ऑलआउट हो गई और मैच टाई पर खत्म हुआ.


भारत को अंतिम ओवर में सात रनों की जरूरत थी, अफगानिस्तान के लिए राशिद खान आखिरी ओवर लेकर आए. सामने रविन्द्र जडेजा(25) थे और दूसरी गेंद पर चौका लगाकर उन्होंने भारतीय दर्शकों को खुशी से झूमने पर मजबूर कर दिया. लेकिन राशिद की फिरकी का जादू अभी बाकि था जडेजा ने अगली गेंद पर सिंगल लिया और खलील अहमद स्ट्राइक पर आ गए. उन्होंने अगली गेंद पर सिंगल लेकर स्ट्राइक जडेजा को दे दी. दो गेंद पर भारत पर 1 रन चाहिए था लेकिन जडेजा गेंद को 30 गज की रेखा से बाहर खड़े अकेले खिलाड़ी के हाथों में खेल गए.


अफगानिस्तान के लिए आफताब आलम, मोहम्मद नबी और राशिद खान ने दो-दो विकेट लिए.

253 रनों के लक्ष्य को हासिल करने उतरी टीम इंडिया को पहले विकेट के लिए लोकेश राहुल और अंबाटी रायुडू ने 110 रनों की शानदार शुरुआत दी. जिस वक्त दोनों मैदान पर थे ऐसा लग रहा था कि भारत मुकाबले को बड़ी आसानी से अपने कर लेगी. लेकिन जोड़ी के टूटते ही अफगानिस्तान के स्पिनरों मोर्चा संभाल लिया.


रायुडू 49 गेंद में 57 रनों की पारी खेलने के बाद मोहम्मद की गेंद पर नबी के हाथों बाउंड्री पर लपके गए. अपनी पारी में रायुडू ने चार चौके और इतने ही बेहतरीन छक्का लगाया. जोड़ीदार खोने के कुछ रन बाद राहुल भी चलते बने. राशिद ख़ान की गेंद पर LBW होने से पहले राहुल ने 66 गेंद में 60 रनों की पारी खेली जिसमें पांच चौका और एक छक्का शामिल था.


127 पर दोनों सलामी बल्लेबाजों को गंवाने के बाद कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी(8) और दिनेश कार्तिक के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी थी लेकिन जावेद अहमदी की गेंद पर धोनी LBW होकर पवेलियन लौट गए. हालाकि अगर भारत के पास रिव्यू बचा रहता तो धोनी मैदान पर सुरक्षित रहते क्योंकि गेंद विकेट से बाहर जा रही थी.


धोनी के आउट होने के बाद मनीष पांडे(8) मैदान पर आए लेकिन ज्यादा देर मैदान पर नहीं टिक पाए. 166 के कुल योग पर भारतीय टीम अपने चार प्रमुख बल्लेबाज खो चुका था और टीम की उम्मीद एक बार फिर कार्तिक पर थी. केदार जाधव(19) के साथ उन्होंने 38 रनों की साझेदारी निभा कर भारत को 200 के पार पहुंचाया. ऐसा लगने लगा था कि भारत आसानी से मैच अपने नाम कर लेगा लेकिन उसी वक्त कार्तिक के शॉट पर जाधव नॉन स्ट्राइक एंड पर रन आउट हो गए.


भारत की उम्मीदों को सबसे बड़ा झटका नबी ने अपने नौंवे ओवर में दिया. अर्द्धशतक की ओर बढ़ रहे कार्तिक सीधी गेंद पर LBW करार दिए गए हालाकि गेंद विकेट को छोड़ती हुई दिख रही थी. रविन्द्र जडेजा और दीपक चहर ने शांति के साथ पारी को आगे बढ़ाने की कोशिश कि लेकिन जीत से 27 रन पहले चहर के बोल्ड होने के बाद भारतीय फैन्स की सांसे तेज हो गई. कुलदीप 9 रन बनाकर रन आउट हो गए. कुलदीप जिस वक्त आउट हुए भारत को 11 गेंद में 11 रनों की जरूरत थी. अभी स्कोर में तीन रन ही जुड़े थे कि सिद्धार्थ कौल बिना रन बनाए रन आउट होकर पवेलियन की राह थाम ली. उम्मीदें जडेजा से थी लेकिन अंत में एक गेंद पहले उनके आउट होने के साथ मैच टाई पर खत्म हो गया.