AUS vs SA Pitch Report: ईडन गार्डन्स पर ऑस्ट्रेलिया-दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल, यहां गेंदबाजों का दबदबा; जानें पिच का मिजाज और मैदान के आंकड़े
Eden Gardens Pitch Report: ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच सेमीफाइनल मुकाबला ईडन गार्डन्स में खेला जाना है. यहां इस वर्ल्ड कप में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ज्यादा कामयाब रही है.
AUS vs SA Semi-Final: वर्ल्ड कप 2023 में आज (16 नवंबर) दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला खेला जाएगा. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच टक्कर होगी. कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर यह मुकाबला खेला जाना है. इस वर्ल्ड कप में यहां गेंदबाजों का दबदबा रहा है. यहां तेज गेंदबाज और स्पिनर्स दोनों को बराबर मदद मिल रही है. दूसरी पारी में तो गेंदबाज और ज्यादा आक्रामक नजर आए हैं.
वर्ल्ड कप 2023 में ईडन गार्डन्स पर चार मुकाबले खेले गए हैं. इन चार में से तीन मैचों में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को सफलता हाथ लगी है. तीनों बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने बड़े अंतर से जीत हासिल की है. ऐसे में यहां टॉस जीतने वाला कप्तान पहले बल्लेबाजी का फैसला कर सकता है.
ईडन गार्डन्स में हुए इस वर्ल्ड कप के चारों मुकाबलों में देखा गया है कि तेज गेंदबाज खूब विकेट चटका रहे हैं. परंपरागत स्पिन ट्रैक पर फास्टर्स को मिलती यह सफलता चौंकाने वाली है. हालांकि स्पिनर्स भी ज्यादा पीछे नहीं रहे हैं. वह विकेट चटकाने के साथ-साथ कसी हुई गेंदबाजी भी कर रहे हैं.
आज कैसा होगा पिच का मिजाज?
ऑस्ट्रेलिया-दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल मुकाबला ईडन गार्डन्स में काली मिट्टी की बनी पिच पर खेला जाएगा. काली मिट्टी की पिचें आमतौर पर धीमी होती हैं और स्पिनर्स को ज्यादा मदद देती हैं. ऐसे में आज के मैच में स्पिन गेंदबाजों को अच्छा टर्न मिलने की उम्मीद है. हालांकि इस पिच पर तेज गेंदबाजों के लिए अच्छा बाउंस भी होगा. यानी आज भी मैच में गेंदबाज ही हावी रहने वाले हैं. रात में दूसरी पारी के दौरान पावरप्ले में यहां तेज गेंदबाज नई गेंद के साथ और ज्यादा घातक साबित हो सकते हैं.
कैसा रहा है ईडन गार्डन्स का रिकॉर्ड?
ईडन गार्डन्स में अब तक 35 वनडे मुकाबले हुए हैं. इनमें 13 बार रन चेज करने वाली टीम को सफलता मिली है. वहीं 20 बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम के हाथ जीत लगी है. दो मुकाबले बेनतीजा रहे हैं. इन 35 मैचों में यहां 11 पारियों में 300+ का स्कोर बना है. वहीं 14 बार ऐसा भी हुआ है कि टीमें 200 का आंकड़ा भी नहीं छू सकती हैं.
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