पेन ने कहा, "मैं स्लिप में पूरे समय वार्नर के पास ही खड़ा था और आपको मैदान पर बात करने की इजाजत होती है. लेकिन वह स्टोक्स को न ही अपशब्द बोल रहे थे न ही छींटाकशी कर रहे थे. अपनी किताब बेचने के लिए वार्नर के नाम का उपयोग करना इंग्लैंड में प्रचलन बन गया है. इसलिए स्टोक्स को शुभकामनाएं."
पेन ने साथ ही कहा कि वार्नर ने उस पूरी सीरीज में अपने आप को अच्छे से संभाला था. उन्होंने कहा, "मैं उसके पास ही खड़ा था. मुझे किसी तरह की परेशानी नहीं आई. एशेज के दौरान वार्नर ने अपने आप को जिस तरह से संभाला है वो शानदार है. खासकर तब जब वह रन नहीं बना पा रहे थे."
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच अगस्त-सितंबर में हुई एशेज सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही थी. तीसरे टेस्ट में स्टोक्स ने उस वक्त टीम को जीत दिलाई जब 359 के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम ने 9 विकेट गंवा दिए थे. स्टोक्स ने 8 छक्के लगाते हुए 135 रनों की पारी खेली थी. स्टोक्स को इंग्लैंड की तरफ से एशेज में मैन ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड भी मिला था.
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