ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला रावलपिंडी में खेला गया. यह मुकाबला ड्रॉ रहा. इस मैच में पूरे पांच दिन महज 14 विकेट गिर सके. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के हिस्से केवल 4 विकेट ही आए. एशियाई विकटों पर वैसे भी ऑस्ट्रेलिया की टीम कभी ज्यादा सफल नहीं रही. पिछले 14 सालों में तो उसका रिकॉर्ड यहां और भी ज्यादा खराब रहा है. इन 14 सालों में उसके हिस्से महज 3 जीत आई है, जबकि उसे 17 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है.


अक्टूबर 2008 से ऑस्ट्रेलिया का एशिया में रिकॉर्ड
बीते 14 सालों में ऑस्ट्रेलिया ने एशिया में कुल 27 टेस्ट मैच खेले हैं. इनमें ऑस्ट्रेलिया को 3 मैच में जीत और 17 में हार मिली है, बाकी 7 मैच ड्रॉ रहे हैं. यानी इस दौरान एशिया में ऑस्ट्रेलिया का जीत का प्रतिशत महज 11.11 रहा है.


भारत से मिली सबसे ज्यादा हार
इन 14 सालों में ऑस्ट्रेलिया को सबसे ज्यादा हार भारत के खिलाफ मिली. इस दौर में ऑस्ट्रेलिया ने भारत में कुल 14 मैच खेले. इनमें 3 मैच ड्रॉ रहे, एक में उसे जीत मिली जबकि 10 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा. कंगारुओं का कुछ ऐसा ही रिकॉर्ड भारतीय उपमहाद्वीप की अन्य टीमों के खिलाफ भी रहा..



  • पाकिस्तान के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने 5 मैच खेले, इनमें उसे 3 हार मिली और 2 मैच ड्रॉ रहे.

  • श्रीलंका के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने 6 मैच खेले. 3 मैचों में उसे हार मिली, 2 मैच ड्रॉ रहे और एक मैच में टीम को जीत हासिल हुई.

  • बांग्लादेश के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने 2 मैच खेले. टीम को एक मुकाबले में हार और एक मुकाबले में जीत मिली.


24 साल बाद पाकिस्तान के दौरे पर है ऑस्ट्रेलियाई टीम
ऑस्ट्रेलियाई टीम 24 साल बाद पाकिस्तान के दौरे पर आई है. इससे पहले साल 1998 में कंगारू टीम ने पाक का दौरा किया था. इस दौरे में ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच 3 टेस्ट मैच, 3 वनडे मैच और एक टी-20 मैच होंगे.


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