Australia Tour of India: हाल ही में ऑस्ट्रेलिया (Australia) के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने कहा था कि इस बार भारत दौरे पर ऑस्ट्रेलिया की टीम टेस्ट सीरीज जीत सकती है. उन्होंने कहा था कि ऑस्ट्रेलिया की वर्तमान टेस्ट टीम में 2004 की तरह ही इतिहास दोहराने की काबिलियत रखती है. कई और पूर्व क्रिकेटर्स ने भी इस बार ऑस्ट्रेलिया का पक्ष मजबूत बताया है.
ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार भारत में साल 2004 में टेस्ट सीरीज जीती थी. उससे पहले 1969 में वह यहां टेस्ट सीरीज जीत पाई थी. यानी पिछले 53 साल में केवल एक ही बार ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत को घरेलू मैदान पर शिकस्त दे पाई है. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जानते हैं कि भारत को भारत में हराना सबसे बड़ी चुनौती है, इसके बावजूद आखिर क्रिकेट एक्सपर्ट्स ऑस्ट्रेलिया को फेवरेट क्यों मान रहे हैं? यहां जानें...
पिछले एक साल में ऑस्ट्रेलिया का लाजवाब रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलिया की टीम पैट कमिंस की कप्तानी में लाल गेंद से गजब कमाल कर रही है. पिछली एशेज सीरीज में इंग्लैंड को 4-0 से पटखनी देने के बाद इस टीम ने लंबे अरसे बाद अपनी सरजमीं पर हाल ही में दक्षिण अफ्रीका को पटखनी दी है. पाकिस्तान दौरे पर भी उसे टेस्ट सीरीज में जीत हासिल हुई थी. पिछले एक साल में ऑस्ट्रेलिया ने 12 टेस्ट मैच खेले हैं और इनमें उसे 7 में जीत मिली है और 4 मैच ड्रॉ रहे हैं. वह केवल एकमात्र टेस्ट मैच श्रीलंका के खिलाफ हारी है. ऐसे में टेस्ट में उसका हालिया रिकॉर्ड जबरदस्त है.
टीम इंडिया का पिछले साल का लचर रिकॉर्ड
भारतीय टीम पिछले साल टेस्ट क्रिकेट में फ्लॉप रही है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसे टेस्ट सीरीज में हार हाथ लगी थी. इंग्लैंड दौरे पर भी उसे एकमात्र टेस्ट में शिकस्त खानी पड़ी. पिछले साल भारत ने केवल श्रीलंका और बांग्लादेश जैसी टीमों को हराने में कामयाबी हासिल की. पिछले साल भारतीय टीम ने 7 टेस्ट मैच खेले और इनमें से 4 में उसे जीत हासिल हुई और 3 मैच में शिकस्त मिली.
बेहद मजबूत है ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम
ऑस्ट्रेलिया ने पिछले एक साल में अपनी टेस्ट प्लेइंग-11 में ज्यादा बदलाव नहीं किए हैं. बल्लेबाजों में तो अब तक महज एक बार कैमरून ग्रीन के चोटिल होने के चलते उन्हें बदलाव करना पड़ा था. यानी ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम फिक्स है. सभी के रोल भी निर्धारित हैं और हर कोई इसे बखूबी निभा भी रहा है. उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशाने, स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर लगातार टेस्ट में रन बना रहे हैं. ट्रेविस हेड का भी बल्ला खूब रन उगल रहा है. फिर गेंदबाजी में भी ऑस्ट्रेलिया के पास हेजलवुड और पैट कमिंस जैसे धारदार गेंदबाज हैं. इस टीम में नाथन लियॉन जैसा स्पिनर भी मौजूद है जो भारतीय परिस्थितियों में कहर बरपा सकता है.
टेस्ट में कमजोर नजर आ रही है भारतीय टीम
भारतीय टीम सफेद गेंद से खेले जाने वाली क्रिकेट में तो लाजवाब है लेकिन लाल गेंद के मामले में थोड़ी कमजोर साबित हो रही है. विराट कोहली और रोहित शर्मा टेस्ट में लंबे समय से कुछ खास नहीं कर पाए हैं. केएल राहुल जैसे खिलाड़ी भी फिलहाल बेरंग है. ऋषभ पंत टेस्ट में बेजोड़ रहते हैं लेकिन कार एक्सीडेंट के कारण वह सीरीज नहीं खेल पाएंगे. सूर्यकुमार जैसे बल्लेबाजों को टेस्ट स्क्वाड में जगह जरूर मिली है लेकिन उन्हें इंटरनेशनल लेवल पर टेस्ट खेलने का कोई अनुभव नहीं है. कुल मिलाकर यहां भारतीय बल्लेबाजी बेहद कमजोर नजर आ रही है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में रवीन्द्र जडेजा खेल पाता है या नहीं, इस पर अभी संशय है. जसप्रीत बुमराह तो पहले ही दो टेस्ट से बाहर हैं और आगे भी उनसे ज्यादा उम्मीद नहीं है. ऐसे में गेंदबाजी में भी कोई ज्यादा धार नजर नहीं आ रही है.
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