कोरोना वायरस की वजह से इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले ट्वेंटी-ट्वेंटी वर्ल्ड कप पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के खेल मंत्री ने साफ किया है वर्ल्ड कप के आयोजन को लेकर मुख्य मुद्दा खिलाड़ियों का नहीं बल्कि दर्शकों का है. खेल मंत्री रिचर्ड कोलबेक का मानना है कि इस साल होने वाला वर्ल्ड कप बंद दरवाजे में खेला जा सकता है.


रिचर्ड ने कहा, "मैं इस ग्रीष्मकाल में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज को होते हुए देखना चाहता हूं और मैं साथ ही टी-20 विश्व कप को भी होते हुए देखना चाहता हूं." रिचर्ड का मानना है कि वर्ल्ड कप में असल परेशानी दर्शकों को लेकर हो सकती है. उन्होंने कहा, "मुद्दा टीमों का उतना नहीं है जितना दर्शकों का है, और यह शायद ऐसी परेशानी है जिसपर हम ध्यान से सोच रहे हैं और शायद विश्व क्रिकेट भी इसे काफी करीब से देखेगा."


रिचर्ड ने आगे कहा, "हम सभी माहौल में आए अंतर के बारे में जानते हैं, लेकिन टीम को लेकर मुझे लगता है कि हम कुछ प्रोटोकॉल बना सकते हैं जिनमें खेल और खिलाड़ियों का समर्थन हो, यह काफी अहम होगा, सही क्वारंटीन और बायो-सिक्योरिटी प्रोटोकॉल्स से हम टूर्नामेंट को संभव बना सकते हैं."


ट्वेंटी-ट्वेंटी वर्ल्ड कप के बाद इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज भी खेली जानी है. हालांकि खेल प्रतियोगिताओं के रद्द होने की वजह से क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया चाहता है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाले टेस्ट सीरीज रद्द ना हो.


वहीं आईसीसी ने साफ किया है कि वह वर्ल्ड कप को लेकर कोई भी फैसला जल्दबाजी में नहीं लेगा. आईसीसी अगस्त तक हालात सुधरने का इंतजार कर रहा है.


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