मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने भले ही नॉन स्ट्राइकर छोर पर गेंद फेंके जाने से पहले बल्लेबाज को आउट करने को अनुचित खेल की श्रेणी से हटा दिया है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर का अब भी मानना है कि यह खेल भावना से जुड़ा मुद्दा है लेकिन वह इसे बल्लेबाज की गलती भी मानते हैं. क्रिकेट कानूनों के संरक्षक, एमसीसी ने रन आउट के इस विवादास्पद तरीके को 'अनुचित खेल' से हटाकर आम रन आउट की श्रेणी में रख दिया है.
वॉर्नर ने पाकिस्तान के खिलाफ शनिवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच से पूर्व कहा, ‘‘मेरा अब भी मानना है कि खेल का इतिहास हमें बताता है कि यह खेल भावना से जुड़ा मुद्दा है. आप खिलाड़ियों से ऐसा करने की उम्मीद नहीं करते हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि सीमित ओवरों की क्रिकेट में हमने ऐसा अधिक देखा है जबकि बल्लेबाज रन के लिये पहले ही आगे निकल जाता है. एक बल्लेबाज के रूप में आपको अपनी क्रीज पर रहना चाहिए.’’
वॉर्नर ने कहा, ‘‘इसमें संदेह नहीं कि यदि आप इस तरह से रन आउट हो जाते हैं तो यह आपकी गलती है. आपको बताया गया है कि जब तक गेंदबाज के हाथ से गेंद नहीं छूटती तब तक आपको क्रीज से बाहर नहीं निकलना है. इसलिए ऐसा नहीं करें.’’
आम बोलचाल की भाषा में इस तरह के रन आउट को मांकड़िंग कहते हैं. भारत के दिग्गज ऑलराउंडर वीनू मांकड़ ने 1947 में दो बार ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज बिल ब्राउन को इस तरह से आउट किया था. इसके बाद ही इस तरह के रन आउट को मांकड़िंग कहा जाने लगा था. बता दें कि ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम पाकिस्तान दौरे पर है. यहां दोनों टीमों के बीच 3 टेस्ट और 3 वनडे मैचों की सीरीज खेली जानी है. टेस्ट सीरीज का पहला मैच ड्रॉ हो गया है. इस मुकाबले की पहली पारी में वॉर्नर ने 114 गेंदों का सामना करते हुए 68 रन बनाए थे.
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