(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Avinash Singh: टेनिस क्रिकेटर की IPL में एंट्री, इसी साल पहली बार लेदर बॉल से फेंकी थी गेंद, अब RCB से खेलेगा ऑटो ड्राइवर का बेटा
IPL Auction: अविनाश सिंह जम्मू के रहने वाले हैं. उन्हें RCB ने 60 लाख रुपये में खरीदा है. उन्होंने इसी साल फरवरी में पहली बार लेदर बॉल से गेंदबाजी की थी.
IPL Mini Auction: कोच्चि में शुक्रवार को हुए मिनी ऑक्शन (Mini Auction) में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (RCB) के बीच एक अनजान तेज गेंदबाज के लिए बोलियों की जंग चल रही थी. यह गेंदबाज जम्मू का रहने वाला था. नाम था अविनाश सिंह (Avinash Singh). 24 साल के इस युवा गेंदबाज को अंत में RCB ने 60 लाख रुपये में खरीदा.
अविनाश आर्मी में जाना चाहते थे. उन्होंने कई बार इसके लिए टेस्ट भी दिए, लेकिन सफल नहीं हो सके. पिछले साल दिसंबर में भी अविनाश ने आर्मी जॉइन करने के लिए टेस्ट दिया था, लेकिन वह फिजिकल टेस्ट में फेल हो गए. इसके बाद वह कनाडा जाने की तैयारी में थे. उनके पिता ऑटो ड्राइवर हैं और अपने रिश्तेदारों से उधार लेकर अपने बेटे को कामकाज के लिए कनाडा भेजने की तैयारी में थे. लेकिन शायद किस्मत को कुछ और ही मंजूर था.
मज़ाक-मज़ाक में पलट गई किस्मत
इस साल फरवरी में अविनाश अपने दोस्त के साथ एक क्रिकेट अकेडमी में यूं ही मज़े करने के लिए चले गए. यह क्रिकेट अकेडमी मयंक गोस्वामी की है, जो जम्मू-कश्मीर के पूर्व क्रिकेटर रह चुके हैं. यहां अविनाश ने पहली बार लेदर गेंद से गेंदबाजी की. जब मयंक ने उन्हें गेंदबाजी करते देखा तो वह हैरानी में पड़ गए.
अंग्रेज़ी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में मयंक ने बताया, 'उसे गेंदबाजी करते देख मेरी आंखें खुली रह गईं. इसके बाद मैंने कुछ अन्य कोचों से उसकी गेंदबाजी पर बात की. सभी हैरान थे. इतने साल तक क्रिकेट से जुड़े रहने की वजह से मुझे इतना तो पता चल गया था कि इसमें कुछ तो बात है.'
पिता को क्रिकेट अकेडमी में भेजने के लिए मनाया
मयंक गोस्वामी ने उनसे क्रिकेट अकेडमी जॉइन करने को कहा, लेकिन अविनाश ने इसमें कोई इंटरेस्ट नहीं दिखाया. इसका बड़ा कारण यह था कि वह एक गरीब परिवार से थे और क्रिकेट किट खरीदना उनके लिए ओवरलोड जैसा था. ऐसे में अविनाश ने क्रिकेड अकेडमी जॉइन करने से मना कर दिया. हालांकि मयंक नहीं मानें और एक कोच को भेजकर अविनाश के पिता को जैसे-तैसे अपने बेटे को क्रिकेट अकेडमी भेजने के लिए मना ले गए.
ट्रायल में फेंकी 150+ स्पीड की गेंदें
मयंक ने कुछ हफ्ते अविनाश की गेंदबाजी देखी और फिर उन्हें पुणे भेज दिया. मयंक ने उन्हें बायोमैकेनिक एक्सपर्ट कोच अशोक गायकवाड़ के पास भेजा ताकि यह पता लगाया जा सके कि अब तक टेनिस बॉल फेंकने वाला यह शख्स क्या लेदर बॉल के साथ भी उतनी ही तेज गति से गेंद फेंक सकेगा. जब अविनाश पुणे से लौटे तो इस टेस्ट में भी वह पास हो गए.
इसके बाद सितंबर में अविनाश ने मुंबई में RCB के लिए ट्रायल दिया. इस दौरान उन्होंने 154.3 किमी/घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी. इसके बाद उन्हें KKR, LSG और DC से भी ट्रायल के बुलावे आए. यही कारण रहा कि इस अनजान गेंदबाज के लिए नीलामी में थोड़ी होड़ देखी गई. वहीं अंत में RCB ने अविनाश को अपने पाले में कर लिया.
(नोट: इनपुट इंडियन एक्सप्रेस से)
यह भी पढ़ें...