लंदन: महिला विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर धमाकेदार जीत दर्ज कर फाइनल मैच में इंग्लैंड के साथ भिड़ने को तैयार है. फाइनल मुकाबले से पहले इंग्लैंड पुरुष टीम के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने अपनी टीम को भारतीय बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर से बचने के लिए एक खास सलाह दी है. हुसैन ने इंग्लैंड की महिला टीम की कप्तान हीथर नाइट को सलाह देते हुए कहा है कि अगर उन्हें हरमनप्रीत की आक्रामक बल्लेबाजी से बचना है तो उनके खिलाफ स्पिन गेंदबाजों का उपयोग न करें. 



हुसैन ने अंग्रेजी अखबार डेली मेल में लिखे अपने कॉलम में लिखा है, "मेरी कप्तान नाइट को एक ही सलाह है कि वह कौर के सामने स्पिन गेंदबाजों को न लगाएं क्योंकि उन्होंने गुरुवार को डर्बी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्पिन गेंदबाजों की जमकर धुनाई की थी. उन्हें शांत रखें और इंग्लैंड मैच में पकड़ बना लेगी."



हुसैन ने कहा है कि रविवार को होने वाले मैच में इंग्लिश टीम को घर में खेलने का फायदा मिलेगा. हुसैन ने हालांकि अपनी टीम को भारत से आगाह किया है और कहा है कि भारत इकलौती ऐसी टीम है जिसने इंग्लैंड को लीग दौर में मात दी थी. 



उन्होंने लिखा है, "रविवार को होने वाला फाइनल शानदार होगा. भारत इकलौती ऐसी टीम है जिसने लीग दौर में इंग्लैंड को मात दी है."



हुसैन के मुताबिक, "महिलाओं के खेल में भारत अभी तक सोया हुआ था, लेकिन अब वो जाग गया है और यह खेल के लिए काफी अहम साबित हो सकता है. उसी तरह जैसे महेंद्र सिंह धोनी की टीम का 2007 में टी-20 विश्व कप जीतना हुआ था."



उन्होंने लिखा है, "अभी तक भारत का इस टूर्नामेंट में प्रदर्शन अच्छा रहा है, बावजूद इसके लॉर्ड्स में मैं इंग्लैंड का पलड़ा भारी मानता हूं. हीथर नाइट की टीम में गहराई है और मेरा मानना है कि उनका फाइनल में पहुंचने का कारण उनका ऑलराउंडर खेल रहा है."



हरमनप्रीत के अलावा हुसैन ने भारतीय टीम की कप्तान मिताली राज और सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना की भी तारीफ की है. उन्होंने लिखा है, "भारत की तीन बल्लेबाजों ने मेरा ध्यान खिंचा है. सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पहले मैच में 90 रन बनाए थे. मिताली राज, जो हमेशा से ही अच्छी बल्लेबाज रही हैं और हरमनप्रीत, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 115 गेंदों में 171 रनों की पारी खेली थी."



भारत विश्व कप में दूसरी बार फाइनल में पहुंचने में सफल रहा है. इससे पहले भारतीय महिलाएं मिताली की कप्तानी में ही 2005 में फाइनल में पहुंची थी जहां ऑस्ट्रेलिया से हार गई थीं.