BAN Defeat PAK During Bangladesh Political Crisis: बांग्लादेश क्रिकेट की कहानी संघर्ष, आलोचना और फिर से उठ खड़े होने की है. कुछ साल पहले तक यह टीम मैदान पर स्ट्रगल करती नजर आती थी और जीतना तो दूर, पूरे जोश से खेलने का जज्बा भी खो चुकी थी. 2022 टी20 वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर होने के बाद देश के क्रिकेट प्रशंसक निराशा और हताशा के दौर से गुज़र रहे थे. बांग्लादेश क्रिकेट के खेल और उनकी रणनीति की पूरी दुनिया में आलोचना हो रही थी.
लेकिन अब बांग्लादेश क्रिकेट ने दिखा दिया है कि अभी सब कुछ खत्म नहीं हुआ है. वे नई उम्मीदों और दृढ़ संकल्प के साथ फिर से उठ खड़े हुए हैं. पिछले एक साल में खुद को कई चुनौतियों का सामना करने वाले पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीतना किसी चमत्कार से कम नहीं था. मंगलवार दोपहर को नजमुल हुसैन शान्तो की अगुआई में बांग्लादेश ने पाकिस्तान को उसकी ही धरती पर टेस्ट सीरीज में हरा दिया. यह उपलब्धि बांग्लादेश क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक है.
बांग्लादेश के लिए यह टेस्ट सीरीज जीतना इसलिए भी खास रहा क्योंकि पिछले कुछ महीनों से बांग्लादेश में राजनीतिक संकट चल रहा है. वहां हालात स्थिर नहीं हैं. पूरे देश में उथल-पुथल मची हुई है. इसके बावजूद बांग्लादेश की टीम ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाब रही.
जब नजमुल हसन पापोन बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष थे, तब टीम के भविष्य को लेकर सवाल उठ रहे थे. लेकिन फारूक अहमद के बोर्ड की कमान संभालने के बाद बांग्लादेश ने एक नए युग की शुरुआत की है. इस जीत ने साबित कर दिया है कि बांग्लादेश अब सिर्फ एक कमजोर प्रतिद्वंद्वी नहीं बल्कि एक उभरती हुई ताकत है.
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच 21 अगस्त से पहला टेस्ट मैच खेला गया था. बांग्लादेश उस टेस्ट को 10 विकेट से जीतने में कामयाब रहा था. यह बांग्लादेश की ऐतिहासिक जीत थी. इसके बाद दोनों के बीच 30 अगस्त से दूसरा टेस्ट मैच खेला गया. बांग्लादेश ने इसे भी 6 विकेट से जीत लिया. जिसके बाद बांग्लादेश ने इस सीरीज में पाकिस्तान का क्लीन स्वीप कर दिया.
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